कोराना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए प्रधान मंत्री सोशल डिस्टेंसिंग का बार बार आह्वान कर रहे हैं। लेकिन इसका पालन करने से लोग पिछे भाग रहे है।वहीं दूसरी तरफ पुलिस प्रशासन थानाध्यक्ष विनय कुमार के नेतृत्व में क्षेत्र में सोशल दिस्टेंसिंग,मास्क नहीं लगाने, सड़क पर घूमने को लेकर आम जनता पर लाठीचार्ज कर रही है।ताकि इससे भी लोग दहशत मे आकर घर में रहने पर मजबूर हो जाए।लेकिन वही कुछ ऐसी जगह है,जैसे बैंक ,सब्जी बाजार,किराना दूकान,दवा दुकान सहित अन्य जगहों पर भारी संख्या में भीड़ देखी गई।वही लोगों में कोरोना जैसी महामारी का खौफ बिल्कुल नहीं है, तथा प्रसाशन का ड़र भी लोगो के दिल से कही गायब हो गया है।यह उदाहरण तब चरितार्थ हुई जब केसरिया थाना के ठीक सामने बैंकों में पूरुषों एवं महिलाओं की काफी संख्या मे भीड़ देखी गई।जहा सोसल डिस्टेंसिग को छोड़ ही दे तो अच्छा रहेगा।वहां मौजूदा किसी के मुंह पर मास्क भी नही था ।और उपभोक्ताओं की एक हुजूम एक साथ लंबी लाईन की कतार लगये खडे थे।जिससे बैंकोंं में भी भीड़ उमड़ पड़ी है। लाइन में खड़े लोग संक्रमण से बेफिक्र हैं। लोग एक दूसरे से सटकर खड़े हो रहे हैं।जहां पुलिस प्रशासन खडी मुकबीर बनी थी।वही दूसरी तरफ प्रखंड में कार्यरत कार्यपालक सहायक को लॉक डाउन उल्लंघन के मामले मे जमकर पिटाई कर दी।जिसको लेकर अनूमंडल कार्यालय के सभक्ष सोमवार को स्थानीय पुलिस प्रशासन के खिलाफ धारणा भी किया।ये बात सही है कि लोग लॉक डाउन की धज्जियां उड़ा रहे हैं। वे इसका तनिक भी अनुपालन नहीं कर रहे हैं।लेकिन प्रशासन भी इसका पुरजोर फायदा उठा रही है। कुल मिलाकर केसरिया में लॉक डाउन और सोशल डिस्टेंसिग मजाक बन गया है।
असरफ /संवाददाता,