प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज देश को संबोधन कुछ महत्वपूर्ण बातें का ध्यान रखना जरूरी है। प्रधानमंत्री मोदी मजबूती के साथ कोरेना के खिलाफ लड़ाई आगे बढ़ रही है। सभी की तपस्या त्याग की वजह से भारत अब तक इसके नुकसान को कम कर पाया है। आपने कष्ट सहकर भी अपने देश को बचाया है। इस दौरान सभी को परेशानियां झेलनी पड़ी लेकिन हर कोई अनुशासित सिपाही की तरह अपने कर्तव्य को निभाता चला गया। इसके लिए सभी को नमन। वी द पीपुल्स यही है। बाबा साहेब की जयंती के मौके पर अपनी इस शक्ति का प्रदर्शन ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है। उनका जीवन हमें हर हाल में जीतने की प्ेरणा देता है। ये वक्त⁶ भारत में त्यौहारों का है लेकिन इसमें भी देश के लोग जिस तरह से संयंम बरत रहे हैंउसके लिए वो धन्यवाद के पात्र हैं। दूसरे देशों के मुकाबले भारत ने कैसे इस वायरस को रोकने के प्रयास किए हैं इसके आप सहभागी और साक्षी भी हैं। जब हमारे यहां कोई मामला नही ं था तभी से हमनें एयरपोर्ट पर बाहर से आने वाले लोगों की जांच शुरू कर दी थी। 100 मरीजों के पहुचंने पर भ्ज्ञारत ने बाहर से आने वालों को क्वारंटाइन करना शुरू कर दिया था। सभी चीजें को बंद कर दी थी। 550 मामलों पर लॉकडाउन का एलान किया गया था। हमनें समस्या बढ़ने का इंतजार नहीं किया। तेजी से फैसले लेकर समस्या को उसी समय रोकने का पूरा प्रयास किया। दुनिया के बड़े देशों की तुलना में भारत काफी संभली हुई स्थिति में है। कुछ समय पहले इस संक्रमण के मामले में दूसरे देश भी भारत के बराबर ही थेद्य लेकिन आज वहां पर 30 गुना अधिक मामले हैं। हजारों की मौत हो चुकी है। भारत में यदि सही एप्रोच न अपनाई होती तो स्थिति भयावह होती। सोशल डिस्टेंसिंग का फैसला सही है। इसकी कीमत हमें काफी बड़ी चुकानी पड़ी है लेकिन लोगों की जिंदगी के आगे ये छोटी ही है। सीमित संसाधनों के बल पर हम जिस राह पर निकले हैं उसकी चर्चा हर जगह हो रही है। सभ्ी इकाइयों औश्र सरकारों ने इसमें जिम्मेदारी से काम किया है। हर किसी ने अपनी जिम्मेदारी को भलीभांति निभाई है। इन सभी के बीच ये वायरस जिस तरह से फैल रहा है उसने विश्व में सरकारों को और सतर्क कर दिया है।
भारत में कोरोना के खिलाफ लड़ाई आगे कैसे आगे बढ़े और नुकसान कैसे कमहो इन मुद्दों पर सभी राज्यों से चर्चा हुई। सभी की राय थी कि लॉकडाउन को बढ़ाया जाए। कुछ राज्यों ने ये फैसला पहले ही ले लिया। ये तय किया गया भारत में लॉकडाउन को तीन मई तक बढ़ाना होगा। ऐसे में सभ्ज्ञी को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन वैसे ही करना है जैसे पहले किया है। इन दिनों में यदि कहीं से कोई मामला आता है तो हमें चिंतित होना चाहिए।
नए हॉटस्पॉट का बढ़ना हमारे लिए नया संकटपैदा करेगा और हमारे लिए नई चुनौती पेश करेगा। इसलिए आने वाले दिनों मंे कठोरता और बढ़ाई जाएगीद्य 20 अप्रैल तक हर जगह बड़ी बारिकी से परखा जाएगा। वहां इसका कितना पालन किया जा रहा है खुद को कितना बचाए रखा है इसका मुल्यांकन किया जाएगा। जो इसमें सफल होंगे उन्हें 20 अप्रैल से कुछ गतिविधियों की अनुमति दी जा सकेगी। ये सशर्त दी जाएगी। बाहर निकलने के नियम काफी सख्त होंगे। यदि इन्हें तोड़ा गया तो अनुमति तुरंत वापस ले ली जाएगी। इसलिए लापरवाही न बरतनी है न दूसरों को बरतने देनी है। बुधवार को सरकार की तरफ से नइ्र गाइड लाइन जारी की जाएगी। गरीबों को ध्यान में रखते हुए कइ्र इंतजाम किए गए हैं। वो हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इनके जीवन की मुश्किलों को कम करना है। पीएम गरीब कल्याण योजना मेंइनका ध्यान रखा गया है। नई गाइड लाइंस बनाते समय में भी इसका ध्यान रखा गया है। फसल कटाई के दौरान ये ध्यान रखा जा रहा है कि किसनों को कम से कम दिक्कत हो। राशन का प्रर्यात भंडार है। हेल्थ के मोर्च पर हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। पहले जहां एक लैब थी वहां अब इनकी सख्ंया 250 है। दस हजार मरीजों पर 1500 बैड की जरूरत होती है। लेकिन हम एकलाख से अधिक की व्यवस्था कर चुके हैं।600 से अधिक अस्पतालों में कोविड का ही इलाज ाहे रहा है। आज भारत के पास जो भी संसाधन हैं उनमें वैज्ञानिकों से विशेष आग्रह है कि वो आगे आएं। कोरोना वैक्सीन बनाने का बीड़ा उठाएं। धैर्ये बनाकर रखेंगे औश्र कोरोना महामारी को हराकर दिखाएंगे।सात बातों में आपका साथ: बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखेंगे। लॉकडाउन और सोशलडिस्टेंसिंग की लक्ष्मण रेखा का पालन करें। घर में बनें मास्क का पालन करें। अपनी इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय की बताएं बातों का पालन करें। कोरोना का फैलाव रोकने के लिए आरोग्य सेतू एप को डाउनलोड करें दूसरों को भी प्रेरित करें। जितना हो सकें गरीबों की मदद करें। अपने व्यवसाय में काम करने वालों के प्रति संवेदना बरतें किसी को नौकरी से न निकालें। कोरोना योद्धाओं का सम्मान करें। ये सप्तपदी विजय होने का मार्ग है। पूरी निष्ठा के साथ 3 मई तक इसका पालन करें। जहां हैं वहां रहें और सुरक्षित रहें। हम सभी राष्ट्र को जीवंत बनाए रखें। सभी के उत्तम स्वास्थ्य की कामना
निखिल दुबे, संवाददाता