कॅरोना वायरस के कारण देश में हुए इस महा विपत्ति में तमाम गरीब परिवारों के समक्ष दो वक्त की रोटी का भी इंतजाम होना मुश्किल लग रहा है।इस महामारी के कारण इस समय में गरीबों को खाने की समस्या हो रही है यह मजदूर अपने जीवन में प्रतिदिन मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे थे इसी बीच उम्मीद की किरण बनकर उभरी दिव्यात्मा डॉ उमेश्वर तिवारी जी की पत्नी सुशीला देवी।
कोरोना वायरस को लेकर हुए लॉकडाउन से असहाय और गरीबों के बीच राशन के रूप में चावल के साथ आवश्यक खाद्य सामग्री वितरित किया गया।
आज इस पवित्र कार्य में सहयोगी सोनू कुमार मिश्रा,रंजन मिश्रा,अधिवक्ता राकेश कुमार चौबे,अतुल कुमार,गोलू उपाध्याय एवम सुपुत्री रीता देवी एवंगया।इस वितरण में social Distance खासकर विशेष ध्यान रखा गया था।
इसमें कई समुदाय के लोगों के साथ रोग से पीड़ित और दिव्यांग वृद्ध महिला को इसका लाभ दिया गया।यह लाभ ऐसे लोगों को मिला जिनका राशन कार्ड भी नही था।खासकर वैसे लोगों को ही चिन्हित कर इसका सीधा लाभ पहुचाया गया ताकि अनाज के अभाव में लोग भूखे नही रहे।इन सभी सदस्यों
के द्वारा जिस गरीबों की मजदूरी भी नहीं हो पा रही थी इनके घरों के चूल्हे ठंडे पड़े हैं ऐसेेे ही गरीब भूखमरी का शिकार ना हो।किसी का चूल्हा न बुझे।इन्हें इसके लिए सामग्री वितरित की गई ताकि इनके बच्चे भूख से परेशान ना हो।व्यवस्थापक सोनू मिश्रा ने कहा है कि यह कार्यक्रम अनवरत
चलता रहेगा और जरूरतमंद के लिए हमसब सदैव तत्पर है।
शैलेश तिवारी /पोलिटिकल एडिटर