दरभंगा. 16 अप्रैल. डीएमसीएच के कोरोना आइसोलेशन वार्ड से गुरूवार को 20 मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया. सभी की जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उनको घर भेज दिया गया. विदित हो कि इसमें से छह मरीज जमात से आये हुये थे. सभी कोरोना वायरस संक्रमण से मुक्त पाये गये. इधर दरभंगा मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में गुरूवार तक 649 कोरोना वायरस संक्रमण की जांच की गयी. सभी का रिपोर्ट निगेटिव आया. विदित हो कि डीएमसीएच के जीएनएन नर्सिंग छात्रावास में 21 मार्च से कोरोना के संदिग्ध व संक्रमित मरीजों के इलाज के लिये आइसोलेशन वार्ड शुरू किया गया. दूसरे दिन 22 मार्च को वार्ड में कोरोना जांच के लिये लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. करीब 150 लोगों का स्क्रीनिंग किया गया. ट्रेवेल हिस्ट्री व बिमारी संबंधी जांच व पूछताछ के बाद सभी को छोड़ दिया गया. वहीं पांच लोगों को लक्षण के आधार पर प्रारंभिक जांच की गयी. इसमें से एक स्थानीय मुहल्ला हसन चौक नाग मंदिर निवासी एक युवती को पहली बार वार्ड में भर्ती किया गया. जबकि उसी दिन सिविल सर्जन की ओर से गठित मेडिकल टीम ने दरभंगा जंक्शन पर करीब 1700 यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई. पिछले 22 मार्च से 16 अप्रैल तक 165 मरीजों का आइसोलेशन वार्ड में इलाज किया गया. सभी की जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद तदनुसार सभी मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया. इस संबंध में डीएमसीएच के अधीक्षक डॉ आरआर प्रसाद ने बताया कि आइसोलेशन वार्ड से सभी मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया है. हालांकि देर रात नये मरीज के आने के बाद वार्ड में भर्ती कराया जायेगा. गुरूवार की शाम छह मरीजों के डिस्चार्ज की प्रक्रिया चल रही थी. इससे पहले 14 मरीजों को घर भेज दिया गया था.
माइक्रोबायोलॉजी विभाग में 649 सैंपल की जांच रिपोर्ट आयी निगेटिव
माइक्रोबायोलॉजी विभाग के लैब में गुरूवार तक 649 कोरोना वायरस सैंपल का जांच कार्य पूरा हो गया. सभी की जांच रिपोर्ट निगेटिव आया. इसमें से 165 सैंपल डीएमसीएच के थे. वहीं अन्य सैंपल दूसरे जिला से आया था. विदित हो कि यहां समस्तीपुर, पुर्णिया, मुजफ्फरपुर, मधुबनी, सहरसा आदि जिला से कोरोना वायरस की जांच के लिये सैंपल आया था. मालूम हो कि दो अप्रैल से माइक्रोबायोलॉजी विभाग में कोरोना वायरस की जांच शुरू हुई थी. पटना के बाद कोरोना वायरस सैंपल की जांच दरभंगा मेडिकल कॉलेज का माइक्रोबायोलॉजी विभाग के लैब में शुरू हुआ. दरभंगा मेडिकल कॉलेज सुबे का तीसरा जांच सेंटर बना.
बिनोद कुमार, संवाददाता