दरभंगा /सिस्टम का खामियाजा भुगत रहा है कि एक विकलांग। जी हां फोटो में आप जिस व्यक्ति को देख रहे हैं वह व्यक्ति अपने परिवार के साथ खटिया पर बैठे है । इस व्यक्ति का दाहिना हाथ और दोनों पैर कटे हुए है। इस व्यक्ति के घर मे खाने के लिए अनाज नही है।
कोरोना महामारी की चुनौती से निपटने की प्रशासनिक तत्परता के बीच सिस्टम की कमी सामने आकर खड़ी हो जाती है. लक्ष्यसमूह के सभी व्यक्तियों को राशन पहुंचाने की कोशिशों के बावजूद कई ऐसे लोग छूट जा रहे हैं जो वास्तव में जरूरतमंद हैं. ऐसा ही मामला बहेड़ी प्रखंड़ से आया है।
बहेड़ी के हवीडीह दक्षिणी पंचायत के शेर गांव के विकलांग अरविंद यादव को स्थानीय विधायक की पहल के बाद राशन सामग्री दी गई। अरविंद यादव 70 प्रतिशत विकलांग व्यक्ति हैं एवम इनके तीन बच्चे है । इनके पास राशन कार्ड नही है । इन्हें राशन नही मिला जिससे खाना खाने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
विधायक सुनील चौधरी को जब जानकारी मिली तो उन्होंने ने डीएम को सूचना दी।इसके बाद प्रखंड के अधिकारियों ने आनन-फानन में उनके घर राशन पहुंचाया।
प्रखण्ड प्रशासन ने राशन देने के बाद इससे संबंधित फोटो भी शेयर किया। सवाल उठता है कि आखिर विधायक को इस मामले में डीएम को क्यो मैसेज करना पड़ा।
क्या पंचायत के मुखिया या अन्य प्रतिनिधि को अपने गांव के इस लाचार पर ध्यान क्यो नही गया ।आज के इस समय मे राशनकार्ड एक विकलांग को नही मिलना यह दर्शाता है कि सिस्टम में अभी भी जंग लगा हुआ है।सरकार विकलांग व्यक्तियों के लिए अलग से आरक्षण दिया जाता है तो फिर राशनकार्ड मामले में आरक्षण नही था क्या?
मोहन चन्द्रवंशी, संवाददाता, दरभंगा