राजस्थान के कोटा में फंसे बिहार के छात्रों का मुद्दा दिन पर दिन और गरमाता जा रहा है… ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी बात पूरी तरह से साफ कर दी है कि उन्हें वापस बुलाने का बिहार सरकार का कोई इरादा नहीं है… वहीं, बिहार के सभी जिलों के जिलाधिकारियों के साथ चली मैराथन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान नीतीश कुमार यह कहते नज़र आए कि – “अगर कोटा में फंसे बिहारी छात्रों को वापस लाने की कवायद शुरू की जाए… तो देश में लॉकडाउन का मजाक बन जाएगा…”
नीतीश ने बैठक में आगे यह भी कहा कि पिछले दिनों कोटा से कुछ छात्र वापस बिहार आए तो बॉर्डर पर स्क्रीनिंग करके उन्हें उनके घर भेजने की व्यवस्था कर दी गई… मुख्यमंत्री ने तो यह भी कहा कि – “अब कोई कहे कि कोटा में जो लोग हैं उनको फिर बुलवा लिया जाए और देश के कोने-कोने में भी जो लोग फंसे हुए हैं, अगर उनकी मांग पर सभी राज्य उन्हें बुलाने लगे तो लॉकडाउन का मजाक बन जाएगा… हम लोग लॉकडाउन को लेकर पूरी तरीके से प्रतिबद्ध हैं… और तो और सामाजिक दूरी ही हम सबको इस बीमारी से बचा सकती है…”
गौरतलब है कि कोटा में फंसे बिहारी छात्रों को वापस बुलाने को लेकर नीतीश कुमार पर दबाव काफी बढ़ता ही जा रहा है… दूसरी ओर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भी बिहार सरकार पर हमला करते हुए यह सवाल पूछ डाला कि – जब उत्तर प्रदेश सरकार अपने छात्रों को बस भेज कर वापस बुला सकती है तो फिर बिहार सरकार ऐसा क्यों नहीं करती???
बताते चलें कि इस कोटा मुद्दे को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के तेजस्वी यादव ने तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम खुला पत्र लिख दिया है। दरअसल, यह मुद्दा तब और गरमा गया जब उत्तर प्रदेश सरकार ने कोटा में फंसे छात्रों के लिए बसें भेजी वहीं, इस संबंध बिहार की तरफ से कोई कदम नहीं उठाए गए।
प्रिया सिन्हा.