एईएस/चमकी बुखार पर प्रभावी नियन्त्रण को लेकर जिला प्रशासन , स्वास्थ्य विभाग और विभिन्न विभागों के समन्वय से मुकम्मल तैयारियां की गई हैं। चिकित्सा के माकूल इंतजामात के साथ ,एसकेएमसीएच, सदर अस्पताल , पीएससी स्तर पर पर्याप्त संख्या में एईएस बेड बनाए गए हैं।आवश्यक दवाओं एवं उपकरणों की उपलब्धता भी सुनिश्चित की गई है। वहीं सभी 16 प्रखंडों में प्रखंड, पंचायत, गांव और टोला स्तर पर डोर टू डोर भ्रमण कर जागरूकता कार्यक्रम को अंजाम देने की प्रभावशाली कवायद शुरू कर दी गई है । उम्मीद है कि इसी जिजीविषा, समर्पण तथा परस्पर समन्वय के साथ कार्य करते हुए एईएस/चमकी बुखार की चुनौतियों का सामना करने में हम सक्षम होंगे । उक्त बात जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह द्वारा आज एईएस/ चमकी बुखार पर नियंत्रण को लेकर सभाकक्ष में आहूत की गई बैठक में जिला स्तरीय पदाधिकारी को संबोधित करते हुए कही गई। उन्होंने सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि सप्ताह में कम से कम एक बार अपने गोद लिए हुए पंचायतों में अवश्य जाएं एवं चमकी बुखार के लक्षण एवं बचाव के संबंध में समुदाय को डोर टू डोर जाकर जागरूक करें। डीएम ने निर्देश दिया कि सभी पदाधिकारी अपने गोद लिए हुए पंचायतों में पंचायत स्तरीय समन्वय समिति के साथ बैठक करें एवं ग्राम स्तर पर गठित दल के माध्यम से डोर टू डोर किए जा रहे जागरूकता कार्यक्रमों का सतत अनुश्रवण करें ।इन कार्यक्रमों में प्रखंड स्तर से लेकर पंचायत एवं वार्ड स्तर तक के स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं का सहयोग लेना भी सुनिश्चित करें ।प्रखंडों के सभी प्रभारी वरीय पदाधिकारी अपने- अपने प्रखंडों पर विशेष नजर रखें ।निर्देश दिया कि वे पीएचसी स्तर पर हैंडविल, पंपलेट डिसटीब्यूशन एवं ओआरएस डिस्ट्रीब्यूशन की जांच करना सुनिश्चित करें। बैठक में बताया गया कि अधिकांश पंचायतों में पंचायत स्तरीय समन्वय समिति का गठन कर लिया गया है। वहीं प्रत्येक गांव वार एईएस/चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण हेतु ग्राम स्तर पर दल का गठन तेजी से किया जा रहा है । साथ ही पंचायत स्तर पर व्हाट्सएप ग्रुप भी बना लिए गए हैं। बैठक में अधिकारियों द्वारा बताया गया कि प्रखंड से लेकर गांव में वार्ड स्तर पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों सामाजिक कार्य करने वाले की सहभागिता सुनिश्चित करवाई जा रही है। साथ ही पोस्टर, हैंडव्हील ,दीवाल लेखन कार्य का अनुश्रवण भी किया जा रहा है ।बताया गया कि 196 पंचायतों के प्रत्येक गांव में वाहनों को टैग कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि सभी पदाधिकारी अपने भ्रमण के क्रम में राशन वितरण, पेयजल व्यवस्था आदि का भी निरीक्षण करेंगे। वही उन्होंने निर्देश दिया कि प्रत्येक वार्ड में कमजोर एवं कुपोषित बच्चों की सूची सेविका सहायिका के माध्यम से शीघ्र पूर्ण कराना सुनिश्चित किया जाए ताकि उन पर विशेष नजर रखी जा सके। बैठक में नगर आयुक्त मणेष कुमार मीणा, उप विकास आयुक्त उज्जवल कुमार सिंह, अपर समाहर्ता राजेश कुमार ,जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी अशोक कुमार सिंह ,अपर समाहर्ता आपदा अतुल कुमार वर्मा सहित सभी प्रखंडों के वरीय प्रभारी पदाधिकारी एवं जिला स्तरीय अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
सतीश मिश्रा,