बिहार सरकार का पक्षपातपूर्ण दोहरा रवैया देखिए। एक तरफ़ 13 अप्रैल को केंद्र सरकार को पत्र लिखकर कोटा के ज़िलाधिकारी की शिकायत करती है और दूसरी तरफ़ स्वयं कोटा के लिए पास जारी करती है।
मैं CM नीतीश कुमार से पूछना चाहता हूँ कि वो बताए,
1. सत्तारूढ़ दल के सचेतक की बिना Insurance वाली गाड़ी को नियमों का उल्लंघन कर 10 दिन का परमिट क्यों दिया गया?
2. डेढ़ साल से बिना बीमा यह गाड़ी कैसे चल रही थी?
3. आपके कृपया पात्र विधायक को कोटा जाने के लिए कितनी गाड़ियों की अनुमति दी गयी?
4. क्या उसके सुरक्षाकर्मी भी साथ गए थे? यदि हाँ, तो क्या पुलिस मुख्यालय से उसकी अनुमति ली गई थी?
5. क्या वापस लौटने पर सचेतक की कोरोना जाँच हुई है?
6. अब तक ऐसे कितने सैंकड़ों विशेष वीआईपी पास निर्गत किए गए है?
7. विधायक का कहना है कि सरकार ने अब तक ख़ास लोगों ऐसे 700 विशेष पास जारी किए गए है? सरकार उन सभी 700 लोगों की जानकारी सार्वजनिक करें।
शैलेश तिवारी, पोलिटिकल एडिटर