भारत में कोवीड़-19 जैसी भयानक महामारी को फैलने से रोकने के लिए देश के प्रधान मंत्री व ज़िले के जिलाधिकारी शिर्षत कपील असोक द्वारा बार बार सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखने व बीना जरुरी कार्य के घर से बाहर नहीं निकलने का आह्वान कर रहे हैं।इससे बचने के लिए एक जगह एकत्रित नहीं होने का प्रचार प्रसार भी स्थानिय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सहित द्वारा किया जा रहा है।लेहाजा सब नियम को ताक पर रख लाॅक डाउन के नियम का मजाक उड़ाया जा रहा है। वहीं स्थानीय पुलिस प्रशासन के आये दिन पहल करने के बाद भी नतीजा शून्य है। प्रशासन के लाख प्रयासों के बाद भी केसरिया में लाॅक डाउन असफल साबित हो रहा है।जीसका जीता जागता उदाहरण स्थानीय बैंक आॅफ इंडिया व इस ब्रांच के सीएसपी में देखने को मीला। जहां लाॅक डाउन के नियम की खिल्लीयां उड़ाया जा रहा है।जिसका जीता जागता उदाहरण स्थानीय बैंक आॅफ इंडिया व इस ब्रांच के सीएसपी में देखने को मिला। जहां लाॅक डाउन के नियम का उलंघन करते नहीं थकते।इससे पूर्व में भी इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया है।वहीं सीएसपी की बात कहें तो बैंक के कर्मचारियों द्वारा वहां पर किसी भी नियम का पालन नहीं किया जा रहा है।जिससे उपभोक्ताओं का जमावड़ा बैंक के काउंटर तक लग रही है।इस पर बैंक प्रशासन पूछने पर कुछ बताने से परहेज़ कर रहे हैं।वहीं छोटे मीयां तो छोटे मीयां बड़े मीयां भी सुबहान अल्लाह के तर्ज पर प्रशासन के नाक के नीचे संचालित हो रही है जहां उपभोक्ताओं की काफी भीड़ लगी थी।और पुलिस प्रशासन बाईक पकड़ने में व राजस्व की वसूली करने में मसगूल थे। दोनों बैंकों में आये उपभोक्ताओं के पास मास्क नहीं था।तथा पूरुषों से अधिक महिलाओं की भीड़ लगी थी। उपभोक्ताओं की बढ़ते भीड़ को नियंत्रित नहीं होने के बाद हार थक कर सीएसपी बैंक संचालक अपने शाखा को छोड़कर दूसरे व शेफ जगह से उपभोक्ताओं की निकासी करते देखे गए। यहां बतादें की इसी तरह भीड़भाड़ वाली स्थिति बनी रही तो ऐसा लगता है कि कोरोना महामारी को केसरिया पहुंचने में देर नहीं लगेगी।जैसे पूर्वी चंपारण के फेनहारा में एक कोरोना पाॅजीटिव के सामने आया है इसको गंभीरता से लेते हुए सोसल डिस्टेंसिंग बनाये रखने की सख्त जरूरत है। लेकिन केसरिया के लोगों में कोरोना जैसी महामारी का खौफ बिल्कुल नहीं है, तथा प्रसाशन का ड़र भी लोगो के दिल से कही गायब हो गया है।सबसे बड़ी बात है कि केसरिया थाना के ठीक सामने बैंकों में पूरुषों एवं महिलाओं की काफी संख्या मे भीड़ देखी गई।जहा सोसल डिस्टेंसिग को छोड़ ही दे तो अच्छा रहेगा। वहीं दूसरी तरफ जहां पुलिस प्रशासन खडी मुकदर्शक बनी थी।