पटना 22 अप्रैल 2020 ; राष्ट्रीय जनता दल ने बिहार में स्वास्थ्य विभाग के लचर व्यवस्था के लिए सीधे तौर पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेवार बताया है ।
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा कि आज जब पुरा विश्व कोरोना वायरस के महामारी के दौर से गुजर रहा है यैसी स्थिति में स्वास्थ्य विभाग के अन्दर उच्चस्तरीय संरक्षण में व्याप्त भाई – भतीजावाद के कारण बिहार वासीयों का जीवन संकट में पड़ गया है ।
राजद नेता ने कहा कि पीएमसीएच के माइक्रोबायोलोजी विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ सत्येन्द्र नारायण सिंह को इस विषम परिस्थिति में कर्तव्यों के प्रति लापरवाही बरतने के आरोप में 8 अप्रैल को निलंबित कर दिया जाता है और मात्र पाँच दिनों के अन्दर हीं 13 अप्रैल को उन्हें निलम्बन मुक्त कर दिया जाता है । बगैर उच्चस्तरीय हस्तक्षेप के स्वास्थ्य विभाग द्वारा इतना बड़ा गैरजिम्मेवार और लोगों के जीवन से खिलवाड़ करने वाला फैसला नहीं लिया जा सकता ।
उन्होंने कहा कि आज जिस बिमारी को लेकर समुचे विश्व मे हाहाकार मचा हुआ है राज्य सरकार के उच्चस्तरीय भाई भतीजावाद के कारण बिहार के स्वास्थ्य महकमे ने उसे मजाक बना दिया है । कोरोना वायरस का जाँच पर हीं आज सवाल खड़ा हो गया है । एक हीं मरीज का जाँच रिपोर्ट कहीं पॉजिटिव आ रहा है तो कहीं निगेटिव ।
स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था के लिए अबतक तो स्वास्थ्य विभाग को जिम्मेवार माना जाता था । पर डाॅ सत्येन्द्र नारायण सिंह प्रकरण से यह स्पष्ट हो गया कि स्वास्थ्य विभाग के अकर्मण्यता और लचर व्यवस्था के लिए स्वास्थ्य विभाग नहीं बल्कि सीधे तौर पर बिहार सरकार के मुखिया जिम्मेवार हैं ।
शैलेश तिवारी,