आरा – जिला विधिक सेवा प्राधिकार, भोजपुर की अंडर ट्रायल रिव्यू कमिटी (यूटीआरसी) की अनुशंसा के आधार पर मंडल कारा आरा में बंद वैसे बंदियों को पीआर बांड पर छोड़ने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है जिनकी जमानत पूर्व में हो चुकी है परंतु लॉक डाउन की स्थिति में किन्ही कारणों से उन लोगों द्वारा बंधपत्र अब तक प्रस्तुत नहीं किया जा सका है। पहले चरण में 10 लोगों को छोड़ा जा चुका है एवं अन्य मामलों की समीक्षा की जा रही है ताकि वैसे लोगों की पहचान की जा सके। चिन्हित बंदियों को पीआर बांड पर मुक्त किया जाएगा।
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव मुकेश कुमार द्वितीय ने बताया कि यूटीआरसी जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार की अध्यक्षता वाली पांच सदस्य समिति है जिसमें जिलाधिकारी पुलिस अधीक्षक जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव तथा जेल अधीक्षक सदस्य होते हैं। यह समिति समय-समय पर आवश्यकता के अनुसार आवश्यक अनुशंसा करती है। यूटीआरसी जिला विधिक सेवा प्राधिकार की गाइडलाइन के अनुरूप गठित एक उच्च अधिकार समिति है।
पीआर बांड पर मुक्त किए गए लोगों के संबंध में जिला एवं सत्र न्यायाधीश पीसी चौधरी ने बताया कि रिव्यू मामलों में यूटीआरसी कमेटी ने बेल प्राप्त कर चुके वैसे लोगों के मामलों में जो बेल बांड नहीं भर सकते हैं उसमें आदेश को संशोधित करते हुए कम से कम 10 लोगों को मुक्त करने का निर्णय किया है। सभी से पीआर बांड भरवा लिया गया है। उन्होंने बताया कि आगे भी रिव्यू किया जाता रहेगा तथा गरीब एवं जरूरतमंद बंदियों के मामलों में विचार किया जाएगा। श्री चौधरी ने बताया कि जेल में बंदियों की संख्या अधिक है। यूटीआरसी के निर्णय से जेल पर दबाव कम होगा।
2. कोविड-19 की वजह से उत्पन्न विषम परिस्थितियों में जिले वासियों के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकार लगातार राहत कार्य कर रहा है। आज दिनांक 27 अप्रैल 2020 को ही ऑब्जर्वेशन होम में रखे गए बालकों के बीच मास्क वितरण किया गया ताकि सभी अपना बचाव कर सकें। साथ ही यहां पर रखे गए बालकों के बीच कोविड-19 से बचाव के उपायों की जानकारी दी गई। पारा लीगल वॉलिंटियर्स, पैनल अधिवक्ता प्राधिकार के कर्मचारी एवं अधिकारियों के सामूहिक प्रयास से हजारों लोगों को अब तक लाभान्वित किया जा चुका है। इस श्रृंखला में प्रतिदिन सैकड़ों जरूरतमंद लोगों के बीच राशन एवं पका पकाया भोजन वितरण के अलावा मास्क एवं सैनिटाइजर वितरण किया जाता रहा है। साथ ही लोगों के बीच कोविड-19 से बचाव के तौर-तरीकों के बारे में ध्वनि विस्तारक यंत्रों से लगातार सूचनाएं दी जा रही हैं। इन प्रयासों का व्यापक असर देखा गया है लोग कोविड-19 के प्रति जागरूक हुए हैं और जिला विधिक सेवा प्राधिकार के प्रति लोगों का नजरिया काफी स्पष्ट हुआ है। यही वजह है कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा जारी दो हेल्पलाइन नंबरों पर प्रतिनियुक्त पैनल अधिवक्ताओं को दर्जनों शिकायतें मिली हैं जिनके निराकरण का प्रयास किया जा रहा है।
रामा शंकर प्रसाद