मुझे आप सभी के साथ यह बात साझा करते हुए बहुत खुशी हो रही है कि स्वदेशी संकल्प दिवस पूरे देश में अत्यधिक उत्साह से मनाया गया। मुझे सुखद आश्चर्य है कि इस राष्ट्रीय लॉकडाउन के दौरान भी आप सभी इसे प्राप्त करने में सक्षम हुए हैं। मैं इसे आने वाले दिनों में देश भर में उभरते स्वदेशी भाव के उभार के संकेत के रूप में लेता हूं। संकल्प दिवस केवल इसके लिए एक भूमिका मात्र है। कार्यक्रमों के अच्छे विवरण देश के सभी हिस्सों से उमड़-घुमड़ कर रहे हैं। अच्छे मानक के वीडियो क्लिपिंग भी आ रहे हैं । सबसे बड़ी ख़ुशी है कि नागपुर में पूज्य सरसंघचालक जी और मा. सरकार्यवाह जी की भागीदारी। कई राज्यों में अन्य वरिष्ठ संघ अधिकारियों एवं विविध क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया। दक्षिण में भी सभी ओर सक्रिय भागीदारी थी। मैंने आयोजन से पहले और बाद में भी कई कार्यकर्ताओं से बात की है और आने वाले दिनों में दूसरों से भी जुड़ने की कोशिश करूंगा।
देखा जाए तो सबसे बड़ी चुनौती इस उत्साह व सक्रियता की भावना को बनाए रखने और इसे आगे ले जाने की है। अपने प्रसारण में स्वदेशी को अपनाने के लिए पूज्य सरसंघचालक के आह्वान और एक नए विकास मॉडल की आवश्यकता पर दिये गए बल ने पूरे स्वदेशी परिवार और देश को बड़े पैमाने पर उत्साहित किया है। मार्गदर्शन के लिए पूज्य सरसंघचालकजी को मैं अपना प्रणाम अर्पित करता हूं। ‘मन की बात’ कार्यक्रम में माननीय प्रधान मंत्रीजी ने भी बड़े पैमाने पर गाँवों, राज्यों और देश को आत्मनिर्भर बनाने पर बल दिया। यह कृतिरूप स्वदेशी है। यह नए विकास मॉडल का एक संकेत है। वैसे भी, राष्ट्रऋषि दत्तोपंत ठेंगड़ी जन्मशताब्दी वर्ष में इन विषयों को जन-जन तक पहुचाने के लिए हम पहले से कृतसंकल्प हैं। जहां कार्यक्रमों का सिलसिला छूटा था, अब वहीं से उसे आगे बढ़ाना है। वैसे भी, इस जर्जर अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना एक बड़ी चुनोती है, जिसमें हमने एक बड़ी भूमिका अपनानी है। मेरा विश्वास है इस आपदा से देश पहले से सशक्त होकर उभरेगा।
मैं, राष्ट्रीय टीम की ओर से इस #स्वदेशीसंकल्पदिवस पर आपके उत्कृष्ट योगदान के लिए आप सभी का बहुत-बहुत साधुवाद एवं अभिनंदन करता हूं।
डॉ. संजीव कुमार सिंह, पोलिटिकल एडिटर