वाराणसी में मड़ौली निवासी दवा व्यापारी के पॉजिटिव आने के कारण शनिवार से बंद चल रही सप्तसागर दवा मंडी अब ऑड ईवेन नियम के तहत खुलेंगी। फिलहाल आज एवं कल यानी बुधवार व गुरुवार को भी मंडी बंद रहेगी। एक मई से दुकानें तो खुलेंगी लेकिन कोई कस्टम दुकान पर नहीं आएगा। फोन से आर्डर लिये जाएंगे और प्रशासन के वाहनों से दवाओं की डिलेवरी होगी। शहर के बाहर की दवाइयां ट्रांसपोर्ट से जाएंगी।
सप्तसागर के बड़े दवा कारोबारी के शुक्रवार को पॉजिटिव आने के बाद शनिवार से आज सोमवार तक तीन दिनों के लिए मंडी बंद की गई थी। फिर मंगलवार को भी बंद रखने का फैसला हुआ। मंगलवार को दवा व्यापारी के संपर्क से चार परिजनों समेत आठ लोगों के पॉजिटिव आने की खबर से हड़कंप मच गया। मंडी को दो दिनों के लिए और बंद रखने का फैसला किया गया।
इसके साथ ही एडीएम सिटी विनय कुमार सिंह, एसपी सिटी दिनेश सिंह, औषधि निरीक्षक सौरभ दुबे ने कोतवाली थाना प्रभारी महेश पाण्डेय, केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज खन्ना, महामंत्री संदीप चतुर्वेदी व अन्य पदाधिकारियों ने सप्तसागर दवा मंडी में ऑड ईवेन लागू करने का फैसला करते हुए दुकानों का निरीक्षण किया। दुकानों को ए और बी कैटेगरी में बांटा गया।
कोतवाली थाने में बैठक कर निर्णय हुआ कि मंडी एक मई से सप्ताह में छह दिन सुबह नौ से दोपहर एक बजे तक खुलेगी। ‘ए’ कैटेगरी की दुकानें सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को खुलेंगी। बी कैटेगरी की दुकानें मंगलवार, बृहस्पतिवार व शनिवार को खुलेंगी। दोनों कैटेगरी की दुकानों की लिस्ट केमिस्ट एसोसिएशन ने पुलिस प्रशासन को उपलब्ध करा दी है।
यह शर्ते भी तय की गईं
मंडी में जाने के लिए लिए सिर्फ चूना गली (हरिश्चंद्र इंटर कालेज के सामने) और टाउनहॉल गेट के सामने वाली गली का इस्तेमाल होगा। अन्य रास्तों पर बैरिकेंडिंग होगी। यहां के निवासी आधार कार्ड दिखाकर आ जा सकते हैं।
हर दुकान पर सिर्फ चार व्यक्ति रहेंगे। इनमें एक मालिक एक ऑपरेटर व दो कर्मचारी होंगे। दुकानदार इन नामों की सूची उपलब्ध कराएंगे।
कोई भी खरीददार मंडी में नहीं आएगा। दवाओं के आर्डर फोन या मेल पर लिए जाएंगे। संबंधित दुकान तक दवाओं की सप्लाई प्रशासन से निर्धारित वाहनों से की जाएगी।
मंडी के विक्रेता अपना माल भी मंडी के बाहर प्राप्त करेंगे। किसी भी फर्म या कंपनी की डिलेवरी मंडी के अंदर नहीं होगी।
मंडी में कार्य करने वाले मजदूरों की संख्या निर्धारित कर दी गई है। इनके अलावा कोई अन्य मजदूर मंडी में कार्य नहीं कर पायेगा।
सियाराम मिश्रा,