राकेश कुमार, मुख्य संवाददाता, 3 मई को देश में दूसरे चरण के लॉक डाउन की मियाद खत्म हो रही है । इसके पहले हीं अपने घर से बाहर फंसे लोगों के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। केंद्र की मोदी सरकार ने परदेस में फंसे मजदूरों, छात्रों, पर्यटकों और अन्य लोगों की घर वापसी के लिए शर्तों के साथ छूट का ऐलान कर दिया है। लोकडाउन में घर से बाहर फंसे छात्रों, पर्यटकों, मजदूरों, तीर्थयात्रियों को वापस लाने के लिये छूट देने की लगातार मांग की जा रही थी।छात्रों की वापसी को लेकर बिहार सरकार को विपक्ष ने कटघरे में खड़ा कर दिया था।पटना से लेकर कोटा में छात्रों द्वारा धरना प्रदर्शन भी हो रहा था।पर सरकार केंद्र सरकार के नियमों का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ रही थी। इसको लेकर मोतिहारी में भी मांग उठ रही थी।अधिवक्ता नरेंद्र देव ने उच्च न्यायालय में गुहार भी लगाई थी।वहीं नागदाहा सेवा समिति के संस्थापक मुन्ना गिरी ने भी आंदोलन की चेतावनी दी थी।
इस बात की लगातार उम्मीद जताई जा रही थी कि राज्य से बाहर फंसे लोगों की घर वापसी को लेकर सरकार कोई बड़ा ऐलान कर सकती है। आज केंद्र सरकार की तरफ से केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 17 शर्तों के साथ लॉक डाउन के बीच मजदूरों, तीर्थ यात्रियों, पर्यटकों और छात्रों सहित अन्य लोगों को मूवमेंट की इजाजत दे दी है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसके लिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को गाइडलाइन जारी किया है। सभी राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों को यह निर्देश दिया गया है कि वह बाहर से आने वाले लोगों को लेकर सभी तरह के निर्धारित नियमों का पालन करें।