जैसा कि हम सभी जानते हैं कि कोरोना वायरस की इस महामारी संकट के कारण पूरा देश एक महीने से लॉकडाउन में है। एक शब्द में बोला जाए तो हमारा देश अभी बंद है। जहां एक ओर फैक्ट्रियों पर ताले लगे हुए हैं तो वहीं सभी लोग घरों के अंदर बंद हैं… जिसका असर हमारी अर्थव्यवस्था पर काफी पड़ रहा है और इसी के साथ जीडीपी की रफ्तार भी थम सी गई है।
वहीं, अर्थव्यवस्था के सामने खड़ी इन बड़ी चुनौतियों को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रिजर्व बैक ऑफ इंडिया के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन से बात चीत किया है। उनके इस खास चर्चा में आरबीआई के पूर्व गवर्नर ने कहा है कि – इस समय गरीबों की मदद करना जरूरी है… जिसके लिए सरकार के लगभग 65 हजार करोड़ रुपये खर्च करने होंगे। रघुराम राजन ने आगे यह भी कहा कि वैश्विक मंच पर भारत एक बड़ी भूमिका निभा सकता है और इसी के साथ भारत नए वर्ल्ड ऑर्डर में अपना स्थान काबिज़ कर सकता है। बता दें कि शक्तिहीन लोगों को शक्तिशाली नेता ही अच्छे लगते हैं और यह सत्य है कि हम विभाजित समाज के साथ कहीं नहीं पहुंच सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आज हमें स्वास्थ्य, नौकरी के लिए अच्छी व्यवस्था करने की भी बहुत आवश्यकता है।
यही नहीं, वैश्विक स्तर पर अर्थव्यवस्था को लेकर उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगता है कि वैश्विक आर्थिक प्रणाली में कुछ गलत है। लोगों के पास नौकरी नहीं है। आय का असमान वितरण हो रहा है।
बताते चलें कि इस बातचीत के दौरान राहुल गांधी ने क्या कहा???
राहुल गांधी ने साफ कहा कि – “भारतीय समाज की व्यवस्था अमेरिकी समाज से अलग है। जिसके लिए सामाजिक बदलाव बेहद जरूरी हैं। हर राज्य का अपना एक अलग तरीका है। तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश को एक ही नजरिए से नहीं देखा जा सकता। आज जिस तरह की असमानता है वह चिंता का विषय है…”
प्रिया सिन्हा