एक ओर जहां पूरा देश कोरोना जैसी महामारी से जंग जीतने में जुटा हुआ है तो वहीं, जम्मू और कश्मीर के हंदवाड़ा में आतंकियों के साथ मुठभेड़ करने में जुटे हुए हैं भारतीय सेना। दुख की बात यह है कि इस जंग में सेना के कर्नल, मेजर और तीन जवान शहीद हो गए हैं। वहीं, इसी कड़ी में हंदवाड़ा में सुरक्षा बलों ने एक मुठभेड़ में दो आतंकियों को भी ढेर कर दिया है।
बता दें कि सुरक्षाकर्मियों को इन आतंकियों का इनपुट 6 दिन पहले यानी कि 28 अप्रैल, 2020 को सबसे पहले मिला था बस तभी से यह जवान उनके पीछे पड़ गए थे। जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई इस मुठभेड़ में 5 जवान शहीद हो गए… जिसमें सेना की 21-आरआर के कर्नल आशुतोष शर्मा ने भी देश के लिए शहादत दे दी है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कर्नल आशुतोष शर्मा और उनकी टीम के जवानों ने जांबाजी का परिचय देते हुए उस घर में घुसे थे जिसमें आतंकियों ने लोगों को बंधक बनाकर रखा हुआ था। कर्नल का कुशल नेतृत्व और जवानों की जांबाजी के चलते ही बंधक बनाए गए लोगों को वहां से निकालने में सफलता प्राप्त हुई है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हंदवाड़ा मुठभेड़ में आतंकियों के हाथों ढेर हुए व शहीद हुए कर्नल आशुतोष शर्मा 21 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर थे। उन्हें दो बार वीरता मेडल से सम्मानित किया जा चुका है। यही नहीं, उन्हें आतंकवाद निरोधक अभियानों में विशेष दक्षता भी हासिल थी। गार्ड्स रेजिमेंट के कर्नल शर्मा काफी दिनों से घाटी में तैनात थे। और तो और कमांडिंग अफसर रहे हुए ही उन्हें सेना मेडल भी मिला था।
प्रिया सिन्हा