विदित हुआ है कि कर्नाटक एवं अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री द्वारा अपनें यहाँ से चलनें वाले श्रमिक रेल जो बिहारी मज़दूरों को लेकर आने वाले थे, उस पर तत्काल रोक लगा दी है। इस बाबत रेल प्रशासन को विधिवत पत्र लिखा गया है। कर्नाटक में यददुरपपा जी की सरकार वें बिल्डर्स एसोशिएशन से बात कर यह निर्णय लिया है। शायद ये भूल गये हैं कि बंधुआ मज़दूर प्रथा भारत से ख़त्म हो चुका है। अत: किसी भी प्रवासी मज़दूर भाई को बिना उसकी इच्छा या अन्य दबाव के कारण नहीं रोक सकते है। यह एक अपराध होगा।
मेरा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी एवं उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी जी से अनुरोध है कि अगर इसपर उनकी सहमती नहीं है तो तत्काल इन श्रमिक रेलगाड़ियों को चालू करवा कर प्रवासी बिहारी मज़दूरों को बिहार वापस लायें और उनकी समुचित व्यवस्था करें।