पटना – विश्वव्यापी महामारी कोरोना को लेकर देश में लगाए गए लॉकडाउन से गुजरात में दिहाड़ी करने गए मजदूरों की हालात दयनीय बताई जाती है। नवादा जिले के वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री निवेदिता सिंह ने बताया कि गुजरात के जामानगर जिले के दरेड गांव में मजदूर फंसे हैं जो अपने गांव आने के लिए बेबस है। ये सभी बिहार के नवादा जिले के नावाडीह गांव के बताये जाते है। जब इनकी स्थिति दयनीय होने लगी तब राम प्रवेश कुमार ने संवाददाता तथा कांग्रेस नेत्री निवेदिता सिंह के मोबाइल पर संपर्क कर अपनी हालत और परेशानियां बंया कर रहे हैं। जो लोगों के दिल दहलाने वाली है। फंसे ये मजदूर अपनी सरजमीं वापसी आने की वाट जोह रहे हैं। बगैर काम किए रुपए की किल्लत होने लगी। बहुत दिनों तक तो सबके पास रखे कुछ रुपए के सहारे राशन पानी खरीदकर काम चलाया। लेकिन उसके बाद भूखे मरने की नौबत आ गई तथा उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
देश के अलग-अलग राज्यों में फंसे लोगों को छूट दी जाने के बाद से ही लोगों के अपने घर पहुंचने की उम्मीद बढ़ गई है। बता दें कि बिहार सरकार ने दूसरे राज्य में फंसे मजदूर और अन्य लोगों की घर वापसी के लिए एक रजिस्ट्रेशन लिंक जारी किया है। घरवापसी करने वाले लोग इस लिंक पर अपना नाम रजिस्टर्ड कर सकते है। इसके साथ ही बिहार से बाहर जाने वाले भी सरकार द्वारा जारी इस लिंक पर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
लॉकडाउन की वजह से दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को घर वापस लाने के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं। राज्यों की मांग पर केंद्र सरकार ने ट्रेन से मज़दूरों और दूसरे लोगों को वापस लाने की अनुमति दी है। हज़ारों की संख्या में प्रवासी मज़दूर अपने राज्य वापस लौट रहे हैं। अगर आप गुजरात में फंसे हैं और बिहार वापस जाना चाहते हैं तो आप इस लिंक पर रजिस्टर कर सकते हैँ.
मुख्य संवाददाता