पंचायत स्तरीय कोरेंटाइन केंद्रों पर साबुन, सैनिटाइजर आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के डीएम ने बीडीयो को दिया आदेश
जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर डॉ०चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष मे क्वॉरेंटाइन एवं आइसोलेशन की कोषांग की बैठक की गई। बैठक में क्वॉरेंटाइन एवं आइसोलेशन कोषांग के वरीय पदाधिकारी एवं नोडल पदाधिकारी उपस्थित थे जबकि प्रखंडों के प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े हुए थे ।बैठक में सभी प्रखण्डो के बीडीओ एवं सीओ के द्वारा बताया गया कि पंचायतों में कोरेंटाइन संचालन केंद्र शुरू कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि बाहर से आ रहे लोगों की बड़ी संख्या को देखते हुए प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर कोरनटाइन सेंटरों की संख्या में अपेक्षित वृद्धि करें ।निर्देश दिया गया कि पंचायत स्तरीय कोरेंटाइन केंद्रों पर साबुन, सैनिटाइजर आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करें। पंचायत स्तर पर शुरू किए क्वॉरेंटाइन केंद्रों का विरोध करने वाले के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ऐसे तत्वों को चिन्हित कर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दे दिया गया ।बैठक में पंचायत स्तरीय क्वॉरेंटाइन केंद्रों पर शौचालय ,पेयजल भोजन आदि की उपलब्धता को लेकर समीक्षा की गई एवं इस संबंध में महत्वपूर्ण आदेश दिए गए। बैठक में बताया गया कि पंचायत स्तरीय क्वॉरेंटाइन केंद्रों पर भोजन का प्रबंध आपदा प्रबंधन से एवं साबुन सैनिटाइजर साफ-सफाई की व्यवस्था आदि संबंधित मुखिया जी के द्वारा पंचम वित्त की राशि से की जाएगी। पंचायत स्तरीय कोरनटाइन केंद्रों में विद्युत आपूर्ति, मॉस्किटो क्वायल की उपलब्धता सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया गया। सुधा द्वारा उपलब्ध कराए गए दूध एवं दूध पाउडर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए, इस आशय का निर्देश भी दिया गया पंचायत स्तरीय कोरेंटाइन केंद्रों में भोजन बनाने का दायित्व एमडीएम रसोईया का होगा। प्रत्येक प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी द्वारा इसका सतत अनुश्रवण किया जाएगा ।बैठक में प्रखंड स्तर पर वाहन कोषांग के गठन की समीक्षा की गई। बताया गया कि प्रखंडों में वाहन कोषांग का गठन कर लिया गया है।जिलाधिकारी ने पुनः सभी को निर्देशित करते हुए कहा कि अन्य प्रदेशों के रेड जोन से आने वाले प्रवासियों को प्रखंड क्वॉरेंटाइन केंद्रों में रखें ।वही ग्रीन और ऑरेंज जोन से आने वाले प्रवासी मजदूरों को पंचायत स्तरीय क्वॉरेंटाइन केंद्रों पर रखा जाए। अन्य राज्यों के रेड जोन से आने वाले प्रवासी यदि सीधे पंचायतों में चले गए हैं तो उन्हें भी प्रखंड स्तरीय क्वॉरेंटाइन केंद्रों में रखा जाए। बैठक में जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि मेडिकल टीमो द्वारा किए जा रहे कार्यों का सतत अनुश्रवण करें ।कार्यों का निष्पादन गंभीरता से करें। बच्चों महिलाओं एवं बुजुर्गों का सैंपल प्राथमिकता के आधार पर लें।अधिक से अधिक लोगों का सैंपल लिया जाए।
सतीश मिश्रा.