मुख्यमंत्री ने कार्यवाही नहीं की तो विधानसभा में उठाया जाएगा मामला।
19 मई से शुरू होगी पुलिस जांच।
मैं वाट्सएप ग्रुप का एडमिन नहीं हूं -कलेक्टर
भूख से परेशान लोगों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया।
अजमेर के प्रशासनिक अधिकारियों के वाट्सएप ग्रुप में अश्लील फोटोज पोस्ट करने के मामले में अब पूर्व मंत्री और भाजपा की विधायक श्रीमती अनीता भदेल ने अजमेर के जिला कलेक्टर विश्वमोहन शर्मा के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है। 18 मई को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में विधायक भदेल ने कहा कि इस वाट्सएप ग्रुप के इडमिन स्वयं कलेक्टर हैं। ऐसे में जांच के दायरे में कलेक्टर को भी शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि जो वाट्सएप ग्रुप कोविड-19 की सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए बनाया गया, उसमें अश्लील पोस्ट डाली गई है। इस ग्रुप में महिला आईएएस और आरएएस भी सदस्य हैं। उन्होंने कहा कि पूरे प्रकरण में जिला कलेक्टर अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मांग की कि अजमेर प्रशासन के दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए। यह मामला महिलाओं के सम्मान से भी जुड़ा हुआ है, जब मुख्यमंत्री महिलाओं के सम्मान का दावा करते है, जब अजमेर के इस मामले में दोषी अधिकारियों के विरुद्ध भी कार्यवाही होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि मुख्यमंत्री ने अजमेर कलेक्टर के खिलाफ कार्यवाही नहीं की तो वे इस मामले को प्रभावी तरीके से विधानसभा में उठाएंगी। वहीं दूसरी ओर 18 मई को इस मामले में पुलिस जांच शुरू नहीं हो सकी। प्रकरण के जांच अधिकारी सिविल लाइन थाने के सीआई डॉ. रविश कुमार ने बताया कि वे बाहर हैं, इसलिए 19 मई को जांच शुरू की जाएगी। उल्लेखनीय है कि प्रशासनिक अधिकारियों के वाट्सएप ग्रुप में अश्लील फोटोज पोस्ट करने के मामले की जांच के आदेश पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने दिए हैं। हालांकि अभी कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। लेकिन इस मामले को विधायक अनीता भदेल की मांग ने और गंभीर बना दिया है। आमतौर पर ऐसे मामलों में पुलिस वाट्सएप ग्रुप के एडमिन और पोस्ट करने वाले सदस्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही करती है।
मैं वाट्सएप ग्रुप का एडमिन नहीं हूं -कलेक्टर
वहीं दूसि और कलेक्टर विश्वमोहन शर्मा ने कहा है कि प्रशासनिक अधिकारियों के जिस वाट्सएप ग्रुप में अश्लील फोटो पोस्ट किए ग ए हैं उस ग्रूप का मैं एडमिन नहीं हूं । विधायक भदेल का आरोप सही नहीं है । कोविड 19 को लेकर प्रशासन में अनेक ग्रूप बने हैं । इस मामले में बेवजह कलेक्ट्रेट को घसीटा जा रहा है । आरोपी कार्मिक को एपीओ कर दिया गया है तथा विभागीय जांच भी करवाई जा रही है ।
कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन
18 मई को अजमेर के सिविल लाइन क्षेत्र के अनेक महिला एवं पुरुषों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। महिलाओं ने कहा कि पिछले दो माह से उन्हें न तो रशन की दुकान से कोई सामग्री मिली है और न ही जिला प्रशासन ने कोई मदद की है। अब उनके सामने भूखो मरने की स्थिति है। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री बार-बार कहते हैं कि किसी को भी भूखा नहीं सोने दिया जाएगा। लेकिन पुलिस लाइन क्षेत्र के हम लोग भूख से बेहद परेशान है। हमारे पास जो राशन कार्ड है उस पर भी दुकानदार कोई सामग्री नहीं दे रहा है। इससे जाहिर होता है कि सरकार की कथनी और करनी में फर्क है, हमने क्षेत्र के पार्षद के माध्यम से कई बार प्रशासन के अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया है, लेकिन इसके बावजूद भी कोई राहत नहीं मिल पाई है।
✍️ पंडित सिया राम मिश्र |