नावगछिया में हुए भीषण बस दुर्घटना में 9प्रवासी मजदूरों की मौत अत्यन्त दुखदाई ।अपनी पेट की भूख मिटाने और परिवार की खुशहाली के लिए बिहार में रोजगार न होने के कारण मजदूर प्रदेश कमाने लिए गए वहाँ भी समय की नियति ने इस वैश्विक महामारी ने में उत्पन बेरोजगारी के कारण जैसे तैसे घर लौट राजदूरो की सकुशल घर पहुचने की जिम्मेवारी सरकार की बनती है जिसमे बड़ी लापरवाही के कारण आये दिन मजदूरों की दुर्घटना से मौत हो रही है और अगर किसी तरह घर पहुच जा रहा है तो सरकार द्वारा बने क्वारेंटीन सेंटर पर भोजन अभाव व समय पर नही मिलने के कारण आये दिन हंगामा हो रही है ये भी मजदूरों के दुख भरी जीवन पर सरकार की गैरजिम्मेदाराना की निशानी हैं हम सरकार से मांग करते है कि मृतक के परिवार को 10लाख मुआबजा दे और उसके बच्चों की पढ़ाई की खर्च उठाये.
सतीश मिश्रा,