स्थानीय विधायक राजू तिवारी ने कोरोना संक्रमण के मद्देनजर पदाधिकारियों को लगाई फटकार , बचाव के सभी उपायों पर अमल करने के दिये थे सुझाव ।
विधायक श्री तिवारी के बार -बार आगाह करने के बाद भी संक्रमण के प्रति सचेत नही हुआ प्रशासन व अस्पताल प्रबंधन ।
गॉंव में घूमते,दाढ़ी बनवाते , बात करते नजर आए तीनो कोरोना पोसेटिव ।पूर्वी चंपारण जिले के अरेराज अनुमंडल मुख्यालय स्थित कस्तूरबा विद्यालय स्थित क्वारेंटाइन सेंटर के संचालक की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। संचालक द्वारा बिना रिपोर्ट आए ही तीन कोरोना संदिग्ध प्रवासी को घर भेज दिया गया। अब तीनों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिसके बाद से गांव में हड़कंप मचा हुआ है। दरअसल आज पूर्वी चंपारण जिला में छह प्रवासी लोगो की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जिसमे तीन पहाड़पुर व तीन अरेराज श्रमिक है। सबसे बड़ी बात यह है कि अरेराज के जिन तीन लोगों को कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है इन्हें क्वारेंटाइन सेंटर के संचालक ने रिपोर्ट आने से पहले ही निगेटिव बताकर घर भेज दिया था।
इधर तीनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद आनन-फानन में तीनों को फोटो खिंचवाने के बहाने क्वारेंटाइन सेंटर बुलाकर उन्हे क्वारेंटाइन किया गया है। बताया जा रहा है कि सरेया का मरीज गुरुवार को पूरे गांव में घुमा था। वहीं आज शुक्रवार को पंचयात के मुखिया के दरवाजे पर भी गया था। आज शुक्रवार दोपहर मरीज का रिपोर्ट पॉजिटिव आया तो गांव में हड़कंप मच गया है।
वहीं अरेराज अनुमंडलीय अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. नीरज कुमार ने बताया कि तीनों संक्रमित मरीज मुंबई,अहमदाबाद व हरियाणा से 13 मई को आए हुए थे। 15 को स्क्रिनिंग के दौरान संदेह पर हेल्थ क्वारेटिन सेंटर में क्वारेटिन किया गया था। 17 मई को 15 प्रवासियों का सैम्पल जांच में भेजा गया था।जिसमे छह का रिपोर्ट निगेटिव आया है। वही 3 का पॉजिटिव आया है। छह का रिपोर्ट आना अभी बाकी है ।इधर कोरोना पॉजिटिव मिले मरीज के परिजन व सरेया पंचायत के मुखिया पति बाबर सिंह ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन से बड़ी लापरवाही हुई है। गुरुवार को गांव के चारो सन्दिग्ध को बिना रिपोर्ट आये ही निगेटिव बताकर घर भेज दिया गया। पॉजिटिव रिपोर्ट आये प्रवासी रात भर घर रहे,वही गांव के दर्जन भर लोग के दरवाजे पर गया है।
पवन उपाध्याय.