बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति जीविका अरेराज के तत्वावधान में अनुमंडल पदाधिकारी धीरेन्द्र कुमार मिश्रा के मार्गदर्शन और जीविका के प्रखंड परियोजना प्रबंधक के पहल पर “प्रवासी मजदूर को रोजगार से जोड़ो अभियान ” का शुरुआत किया गया। अनुमंडल परिसर से अभियान का शुरुआत करते हुए अनुमंडल पदाधिकारी धीरेन्द्र कुमार मिश्रा ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य प्रवासी मजदूरों को उनके हुनर के मुताबिक जीविका के सहयोग से रोजगार मुहैया कराया जा रहा है। श्री मिश्रा ने प्रवासी मजदूरों को रोजगार के गुर सिखाये। उन्होंने कहा कि कोई काम छोटा नहीं होता है। बशर्ते किसी काम को करने का जूनून और जज़्बा होना चाहिए। कोरोना के जंग में हम सबको वैश्विक बंधुत्व और एकजुटता की भावना के साथ ईमानदार प्रयास से इस कठिन समय को मिलकर जीतना होगा।
जिला परियोजना प्रबंधक वरूण कुमार ने कहा कि जीविका शुरू से ही महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सतत् कार्य कर रही है। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को स्वरोजगार उपलब्ध कराने हेतु समूह से जोड़कर उन्हें ॠण मुहैया कराती है और निरंतर उन्हें सहयोग कर उसे आत्मनिर्भर बनाने में हर संभव सहयोग करती है।
जीविका प्रखंड परियोजना प्रबंधक राकेश कुमार ने बताया कि कोरोना विश्वव्यापी महामारी है। इससे बड़े पैमाने पर लोगों की जानें गई और आर्थिक तथा सामाजिक प्रगति भी रूक गई है। हमें इससे मिलकर लड़ने की आवश्यकता है।आने वाले दिनों में कोरोना से लड़ने में प्रवासी मजदूरों की अहम भूमिका है। श्री कुमार ने कहा कि जीविका प्रवासी मजदूरों और गरीब गुरूवो का एटीएम है। प्रवासी मजदूरों को जीविका के स्वयं सहायता समूह और ग्राम संगठन के आर्थिक सहयोग से उनके रुचि को देखते हुए छोटे- बड़े रोजगार के लिये पैसे मुहैया कराया जा रहा है। रोजगार मुहैया के लिये पैसे जीविका के नियमानुसार और एक प्रतिशत के ब्याज दिया जा रहा है। जीविका का मुख्य उद्देश्य प्रवासी मजदूरों को चलंत किराना दुकान, चलंत सब्जी एवं फल दुकान, चलंत मत्स्य दुकान, चलंत मुर्गा दुकान, चूड़ी लहठी की दुकान , पारचुन की दुकान, सिलाई कढ़ाई, भुजा कचडी की दुकान, बकरी पालन, मुर्गी पालन आदि रोजगार से जोड़कर प्रवासी मजदूरों को आर्थिक रूप से स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाना है। ताकि रोजी-रोटी के लिए दूसरे राज्य जाने की जरूरत न पड़े।
अनुमंडल परिसर से श्री मिश्रा ने कुल 35 विभिन्न रोजगारों से जुड़े जैसे 15 चलंत सब्जी एवं फल की दुकान, 3 भुजा की दुकान, 3 किराना दुकान, 6 मछली की दुकान, 3 चूड़ी लहठी की दुकान, 2 मीट-मुर्गा की दुकान, 1 बकरी पालन, 1कपड़ा की दुकान, और 1 पारचुन की दुकान आदि को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। साथ ही उन्होंने सभी मजदूरों को अच्छे से रोजगार चलाने की शुभकामनाएं दी। मजदूरों से आवाह्नन किया कि रोजगार के क्षेत्र में ऐसा काम करे कि परिवार और समाज के लिये नजीर बन सके। किसी दूसरे राज्य जाने की जरूरत न पड़े।
मौके पर भूमि सुधार उपसमाहर्ता,अंचलाधिकारी,प्रखंड विकास पदाधिकारी जीविकोपार्जन विशेषज्ञ विपिन कुमार, क्षेत्रीय समन्वयक राजीव रंजन, सामुदायिक समन्वयक अमजद अली, मधुसूदन कुमार, संतोष कुमार, रूपेश कुमार, प्रमोद कुमार आदि लोगों उपस्थित थे।
पवन उपाध्याय, संवाददाता