अंजुम आरा, प्रदेश प्रवक्ता बिहार प्रदेश,जनता दल यूनाइटेड ने बयान जारी कर कहा कि :नेता प्रतिपक्ष का सारा बखेड़ा सिर्फ अपनी सियासत को जिंदा रखने की कोशिश है । गरीबों एवं वंचितों की पार्टी होने का दावा करने वाले तेजस्वी जी ने कोरोना पर मुसलमानों पर हो रहे सवाल को लेकर बड़ी खामोशी अख्तियार कर लिया था । दलितों, अति पिछड़ों एवं अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर उनकी जुबान खुलती ही नहीं है। उनकी खामोशी का राज क्या है यह उन्हें बताना चाहिए।जस तरह से उन्होंने जनाब अब्दुल बारी सिद्दीकी साहब को जो उनसे ज्यादा अनुभवी एवं ज्यादा सूझबूझ रखने वाले नेता हैं, को चिलचिलाती धूप एवं गर्मी में बाहर बिठा दिया तथा स्वयं बड़े भाई के साथ महत्वपूर्ण कार्यों के लिए चले गए । आखिर उनसे नाराजगी क्यों है ? क्या उनके मुसलमान होने के कारण या तेजस्वी यादव जी को उनकी काबिलियत से डर है । उन्हें यह बताना चाहिए । गरीबों, वंचितों, दलितों, अति पिछड़ों एवं अल्पसंख्यकों की वोट पर नजर, लेकिन चिंता सिर्फ अपनी ।वंचितों का शोषण कर अपना हित साधना राष्ट्रीय जनता दल के घोषणापत्र का अभिन्न अंग है, जिसे बिहार की जनता भली प्रकार से समझती और जानती है। इनकी सारी नापाक कोशिशें को बिहार की जनता नाकाम करेगी और इनको करारा जवाब दे चुकी हैँ.
कौशलेन्द्र पाण्डेय.