दरभंगा।विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के मौके पर पारस ग्लोबल हॉस्पिटल के पल्मोनोलॉजिश्ट यानी सांस संबंधी रोग के डॉ मकसूद आलम ने कहा कि तम्बाकू सेवन से केवल कैंसर ही नही बल्कि हृदय रोग, किडनी रोग,ब्रेन स्ट्रोक तथा सांस से संबंधित बीमारिया उत्पन्न होती है।इसके अलावा पुरुषों में नपुंसकता तथा महिलाओं में बांझपन की समस्या भी होती है।इसलिए तम्बाकू सेवन के खिलाफ लोगों में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है।आगे उन्होंने कहा कि यदि लोग तम्बाकू का सेवन करना छोड़ दे तो बहुत सारी बीमारियों से बचा जा सकता है।तम्बाकू सेवन या तम्बाकू से बने बीड़ी सिगरेट पीने से क्रोनिक ऑब्स्ट्रक्विट पल्मोनरी डिजीज हो जाती है।इस बीमारी का सीधा असर फेफड़े पर पड़ता है। डॉ आलम ने कहा कि मुंह और गले का 90 प्रतिशत कैंसर तम्बाकू या तम्बाकू से बने पदार्थ के सेवन से होता है।तम्बाकू से न सिर्फ मुंह और गले का कैंसर होता है बल्कि खाने की नली का कैंसर,फेफड़े का कैंसर,पेशाब की थैली का कैंसर,किडनी का कैंसर तथा आंत का कैंसर भी होता है।बिहार में मुंह और गले के मरीज की संख्या हर साल बढ़ रहे है।भारत मे हर वर्ष 16 लाख नए मामले आते है जिसमे 35 प्रतिशत यानी 5 लाख मुंह और गले का नये मरीज रहते है।इसलिए लोगों को हरहाल में तम्बाकू का सेवन बंद करना होगा और लोगो को इससे होने वाली हानि से अवगत कराना जरूरी है।
मोहन चन्द्रवंशी, संवाददाता, दरभंगा