पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी जी ने चरवाहा विद्यालय से किया काव्य पाठ।
आइए इनके सपरिवार राजनीतिक महापाप का दर्शन करिए।
सत्ता प्राप्ति को लाचार परिवार
क्यों इतना बेबस और लाचार रहा, अपना बिहार ?
याद है कितनी रात बे-चिराग रहा, अपना बिहार ?
नरसंहार के जिस्म का श्मशान रहा, अपना बिहार ?
चांद रात ना आया, जब नीलाम हुआ अपना बिहार ?
आरोपी परिवार भी करता प्रचार है
अपनी कटु वाणीयों पर देखो कैसा व्यवहार है
ऐंकरो को भी कहता तू किसी का चाटुकार है।
रैली में भीड़ जुटाने आता पूरा परिवार है
भाषण में भूल जाते उम्मीदवार का नाम ये ऐसे राजकुमार हैं !
ना चाह कर भी कुछ हम भी कहना चाहते हैं
कर रहे हैं कितना हल्ला, बस यह बताना चाहते हैं
यह जोश, यह चीखना ,बस केवल सत्ता पाने का बुखार है
जनता की भावनाओ सीधा प्रहार हैँ.