राजस्थान में टूरिज्म अनलॉक्ड / 75 दिन बाद खुले राज्य के 16 स्मारक और 22 म्यूजियम, जयपुर में आमेर और हवामहल पहुंचे कुछ टूरिस्ट. राजस्थान में 75 दिन बादमंगलवार से प्रदेश में राजकीय स्मारक और संग्रहालय को खोल दिया गया। राजस्थान पुरातत्व एंव संग्रहालय विभाग ने ये निर्णय लिया है। ये संग्रहालय कोरोना संक्रमण व लॉकडाउन के चलते 18 मार्च को बंद किए गए थे। मंगलवार को जयपुर में आमेर, हवामहल और जंतर-मंतर पर पर्यटक भी पहुंचे। जिनकी संख्या 4-5 से अधिक नहीं थी। वहीं, फिलहाल राज्य में कुछ किलों को नहीं खोला जाएगा। इन्हें खोलने का निर्णय बाद में लिया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक, हॉटस्पॉट और कंटेनमेंट एरिया को छोड़कर सभी जगह स्मारक और संग्रहालय खोले गए हैं। इनमें पूरे राजस्थान में कुल 22 संग्रहालय खोले गए। वहीं 16 स्मारकों पर भी पर्यटकों को एंट्री दी जा रही है। जिसमें जयपुर में आमेर महल, अल्बर्ट हॉल, चित्तौड़गढ़ का फतेह प्रकाश म्यूजियम आदि शामिल हैं।
जयपुर परकोटे स्थित जंतर-मंतर में ही कुछ ही पर्यटक पहले दिन घूमने पहुंचे।
राज्य में इन स्मारकों व संग्रहालय को खोला गया
ये 16 स्मारक खोले गए:भरतपुर का किशोरी महल, जयपुर में जंतर मंतर, नाहरगढ़ का महल, हवामहल, आमेर महल, इसारलात, सिसोदिया रानी का बाग, विद्याधर का बाग, जैसलमेर में पटवा हवैली, जालौर फोर्ट, झालावाड़ का गागरोन फोर्ट, जोधपुर का जनाना महल, उदयपुर का अंबिका टैंपल, अलवर में मूसी महारानी की छतरी, बारां का भान देवरा, बाड़मेर में किराडू का मंदिर।
ये 22 संग्रहालय खोले गए:जयपुर में अलबर्ट हॉल म्यूजियम और विरासत का संग्रहालय, उदयपुर का अहार म्यूजियम, अजमेर का संग्रहालय, अलवर संग्रहालय, भरतपुर संग्रहालय, बीकानेर संग्रहालय, बूंदी संग्रहालय, आबू रोड के पास स्थित चंद्रावति संग्रहालय, चित्तौड़गढ़ संग्रहालय, डूंगरपुर संग्रहालय, जैसलमेर संग्रहालय, झालावाड़ा संग्रहालय, जोधपुर संग्रहालय, जोधपुर स्थित मंडोर संग्रहालय, कोटा संग्रहालय, माउंट आबू और सिरोही संग्रहालय, पाली संग्रहालय, शाहपुरा संग्रहालय, सीकर संग्रहालय, उदयपुर संग्रहालय, विराट नगर संग्रहालय।
हवामहल में एंट्री से पहले पर्यटकों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है।
ऐसी रहेगी तीन सप्ताह की तैयारी
पुरातत्व विभाग के डायरेक्टर प्रकाशचंद्र शर्मा के मुताबिक- शुरू होने वाले पहले सप्ताह में चार दिन (मंगलवार, गुरुवार, शनिवार व रविवार) को सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक स्मारक और संग्रहालय खोले जा रहे हैं।
दूसरे सप्ताह में चार दिन (मंगलवार, गुरुवार, शनिवार व रविवार) को सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक और दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक ये संग्रहालय पर्यटकों के लिए खोले जाएंगे।
शुरू के दो सप्ताह प्रवेश नि:शुल्क रहेगा। इसके बाद तीसरे सप्ताह से प्रवेश शुल्क में 50 प्रतिशत छूट के साथ पर्यटकों को प्रवेश दिया जाएगा।
क्या दिए गए दिशा-निर्देश
ऑनलाइन टिकट को बढ़ावा दिया जा रहा है।
स्मारकों और संग्रहालयों को खोलने से पहले साफ-सफाई की जाएगी। दिन और शाम में भी आवश्यक साफ-सफाई सुनिश्चित की जा रही है।
लोगों को टूरिस्ट प्लेस में एंट्री से पहले थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। साथ ही हाथों को सैनिटाइज करवाया जाएगा। बिना मास्क के किसी को प्रवेश नहीं दिया जा रहा।
पर्यटन स्थलों पर एक समय में केवल 5-6 टूरिस्ट को प्रवेश करवाया जाएगा। लगभग पांच मिनट के अंतराल के बाद दूसरे समूह को प्रवेश दिया जाएगा।
सुरक्षा गार्ड और ड्यूटी स्टाफ ये सुनिश्चित करेंगे कि पर्यटकों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे। पर्यटक किसी भी स्मारक या दीवारों को न छुएं।
आमेर महल में एंट्री से पहले हाथ सैनिटाइज करवाए गए।
चित्तौड़गढ़ और आमेर में लाइट एंड साउंड अभी नहीं
चितौड़गढ़ के कुंभामहल में लाइट एंड साउंड शो भी अभी शुरू नहीं हो पाएगा। क्योंकि अभी शाम सात से सुबह सात बजे तक रात्रिकालीन कर्फ्यू जारी है। राज्य सरकार की तरफ से अभी होटल संचालन की भी गाइडलाइन नहीं आई है। आमेर महल में चलने वाली हाथी सवारी और रात्री कालीन पर्यटन, लाइट एंड साउंड शो फिलहाल बंद रहेगा। इसके लिए अलग से आदेश जारी होंगे।
आम दिनों में चहल-पहल से भरे रहने वाले हवामहल में सन्नाटा रहा।
म्यूजियम भले दो जून से खुल गए पर फिलहाल पर्यटकों की आवक नाम मात्र रहनी है। इसकी खास वजह पुरातत्व विभाग द्वारा अभी किलों को पर्यटकों के लिए न खोलना। जब तक सभी स्मारक नहीं खुलेंगे। पर्यटकों का आकर्षित करना मुश्किल है। विदेशी पर्यटकों पर भी प्रतिबंध है। वहीं, देश में कोरोना का असर भी जारी है।
कोटा स्थित सरकारी संग्राहालय को भी खोला गया। यहां पर्यटकों के लिए कच्ची घोड़ी नृत्य की व्यवस्थी की गई।
काजल सिंह, संवाददाता