नई दिल्ली
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर बात की। दोनों नेताओं के बीच 25 मिनट से भी ज्यादा वक्त तक कई मुद्दों पर चर्चा हुई। इसी दौरान ट्रंप ने मोदी को G7 देशों की बैठक में शामिल होने का न्यौता दिया। अमेरिका में हिंसा, भारत-चीन सीमा पर तनाव, कोरोना वायरस महामारी और वर्ल्ड हेल्थ ऑगनाइजेशन में सुधार जैसे मसलों पर दोनों नेताओं ने बात की। बातचीत के कई बिंदु ऐसे रहे जिससे चीन बौखला गया। चाहे वह G7 को विस्तार देने की बात हो या सीमा तनाव की, चीन को मोदी-ट्रंप की यह बातचीत बिल्कुल पसंद नहीं आई।
G7 एक्सपैंशन की बात, क्यों घबराया चीन
ट्रंप G7 में भारत के अलावा रूस, साउथ कोरिया और ऑस्ट्रेलिया को भी शामिल करना चाहते हैं। कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि ट्रंप की मंशा G20 की वैल्यू कम करने की है जिसमें चीन भी मेंबर है। दरअसल चीन और अमेरिका के रिश्ते अब बड़े तल्ख हो चले हैं। WHO में चीन के प्रभाव को लेकर ट्रंप उसकी फंडिंग रोक चुके हैं। मंगलवार को उन्होंने G7 के लिए पीएम मोदी को न्यौता दिया। मोदी ने ट्रंप की राय को सराहते हुए साथ काम करने की बात कही।