लालू प्रसाद के 73 वें जन्मदिन के मौके पर बिहार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने बड़ा खुलासा किया है। मंत्री नीरज कुमार ने राजद सुप्रीमों लालू यादव और उनके परिवार की संपत्ति को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि लालू यादव ने अपने शासन काल में एक जमीन की रजिस्ट्री कराई थी। जिसमें उनके बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव और तरुण यादव का नाम दर्ज है।आखिर ये तरुण यादव है कौन? लालू प्रसाद के परिवार में कोई तरुण यादव है नहीं तो फिर इस नाम का कौन व्यक्ति है। इसका जवाब लालू परिवार को देना चाहिए।
नीरज कुमार जमीन रजिस्ट्री के दस्तावेज दिखाते हुए कहा कि इस पेपर में लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप और तरुण यादव का नाम दर्ज है। लालू यादव के पैतृक गांव फुलवरिया में इस जमीन को तेजप्रताप और तरुण यादव के नाम पर रजिस्ट्री करवाया गया है। सवाल यह है कि यह तरुण यादव कौन है? क्या तरुण यादव लालू यादव का दत्तक पुत्र है। यदि नहीं तो यह तीसरा पुत्र कहां से आ गया? उन्होंने कहा है कि 1989 में तेज प्रताप यादव का जन्म होता है और 1994 में इस जमीन की रजिस्ट्री उनके नाम पर हो जाती है। नाबालिग के नाम पर जमीन कैसे रजिस्ट्री हो गई। ऐसा कहां होता है ? दस्तावेज के अनुसार यह निश्चित रूप से बाल उत्पीड़न का मामला बनता है।
उन्होंने कहा है कि लालू यादव की कौन-कौन सी करतूत बताई जाए। उसकी फेहरिस्त इतनी लंबी है कि उसे शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता है। लालू यादव वाकई में नटवर लाल हैं जो अपने गांव के लोगों को भी नहीं छोड़े और नौकरी के नाम पर जमीन लिखवा ली।
धीरेन्द्र वर्मा.