पवन उपाध्याय की रिपोर्ट /पोस्टमार्टम के बाद शव रख कर सड़क जाम, मुआवजे की मांग. स्थानीय विधायक व डीएसपी ज्योति प्रकाश के आश्वासन पर टूटा जाम।विधायक राजू तिवारी ने पीड़ित परिवार को निजी कोष से किया आर्थिक मदद , भविष्य में हर संभव मदद के लिए रहेंगे तत्पर मृतक के परिजनों को दी गयी तत्काल सहायता राशि.विधायक ने कहा:आपदा के तहत परिजनों को जल्द मिलेंगे चार चार लाख. सरिया लदी ट्रैक्टर पलटने से पिछले बुधवार को इजरा मोरी के समीप दो सहोदर भाईयों की मौत हो गयी थी। मृतक30 वर्षीय अर्जुन पासवान व धीरज उर्फ टीम पासवान की शव पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही उसके गांव इजरा बिरतिया टोला पहुँचा वैसे ही आक्रोशित सैकड़ो ग्रामीणों ने गुरुवार को हार्डवेयर दुकान के समीप एचएस-74 पर शव रख कर जाम कर दिया। आक्रोशित ग्रामीण सरकारी स्तर पर मिलनी वाली मुआवजा व हार्डवेयर व्यवसायी रामनाथ साह के निजी स्तर से परिवार के भरण-पोषण की मांग कर रहें थे। थानाध्यक्ष महेंद्र कुमार पुलिस बल के साथ पहुँच लोगों को समझते रहें लेकिन आक्रोशित ग्रामीण मांग पर अड़े रहें।घण्टो सड़क जाम की स्थिति व गाड़ियों की लंबी कतार देख गोबिंदगंज विधायक राजू तिवारी, अरेरज डीएसपी ज्योति प्रकाश व प्रमुख प्रतिनिधि ने जाम स्थल पर पहुँच कर आक्रोशित ग्रामीणों व परिजनों को समझा बुझा कर मामला शांत करवाते हुए आवागमन सुचारू करवाया। विधायक श्री तिवारी ने आश्रित योजना के तहत मृतक के परिजनों को बीस हजार रुपए का चेक व कबीर अंत्येष्ठि योजना के तहत छः हजार की नगद राशि दिया। जबकि उन्होंने अपने निजी कोष से भी पीड़ित परिवार को पांच पांच हजार की नगद राशि भी दी। वहीं बीडीओ बलवन्त कुमार पांडेय व सीओ सुरेश पासवान को आपदा राहत योजना के तहत मिलने वाले चार चार लाख रुपए जल्द से जल्द देने को कहा।शव पहुचते ही अर्जुन की पत्नी व मां हुई बेहोश,गांव में मातम
संग्रामपुर ट्रैक्टर पलटने से एक साथ दो सहोदर भाइयो का शव प0 संग्रामपुर पंचायत के वार्ड छ: के बिरतिया टोला में पहुचते ही परिजनों में कोहराम मच गया।मृतक अर्जुन पासवान व धीरज उर्फ टीम पासवान दोनो सीताराम पासवान के पुत्र बताए गए हैं। टीम तो अविवाहित था जबकि अर्जुन की पत्नीरामवती देवी पति के शव को देख दहाड़ मार रोती हुई बेहोश हो गयी। दोनो की मां प्रभा देवी यह कहकर अचेत हो गयी कि”हमर एक साथ दु दु गो बेटा भगवान छीन लेले हो दादा ।मृतक अर्जुन के तीन छोटे बच्चे रविरंजन 4 वर्ष,2 वर्षीय काजल,व 1वर्षीय खुशबू लोगो की भीड़ देख एक निहार रही थी। उन्हें क्या पता था कि एक मात्र परिजनों का सहारा उसका पिता और चाचा का साया सर से उठ गया।