दरभंगा /लहेरियासराय। शनिवार को बीबी पाकर स्थित डॉन बॉस्को स्कूल के कॉन्फ्रेंस हॉल में निजी विद्यालय के दोनों संगठनों जिसमे प्राइवेट स्कूल एवं चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन इंडिया दरभंगा शाखा एवं बाल संरक्षण पब्लिक स्कूल एसोसिएशन दरभंगा ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता आयोजित किया गया। प्रेसवार्ता का विषय वर्तमान वैश्विक महामारी कोरोना वायरस कोविड-19 के बीच निजी विद्यालयों की दुर्दशा और निदान। प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन, दरभंगा के जिलाध्यक्ष , डॉ सैयद अनवर हसन आब्दी ने बताया की वर्तमान परिस्थिति में निजी विद्यालयों के अस्तित्व पर संकट कर आ गया है संचालक सहित सभी शिक्षक एवं कर्मचारी के समक्ष भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है जिसे लेकर बिहार के मुख्यमंत्री शिक्षा मंत्री के नाम 7 सूत्री मांग पत्र दरभंगा जिला अधिकारी एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी दरभंगा से मिलकर पत्र सौंपा जा चुका है। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद समायल अहमद खा ने सीबीएसई से अनुरोध किया था कि 10वीं और 12वीं की कक्षा के बाकी बचे विषयों को बोर्ड परीक्षा को न लिया जाए परीक्षा को रोक दें बोर्ड ने इसे स्वीकार किया है। इसके लिए हम अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष और सीबीएसई के प्रति आभार प्रकट करते हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने लॉक डाउन की अवधि में अपने स्तर से निजी विद्यालय के हित की रक्षा के लिए विभिन्न मुद्दों पर मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री, शिक्षा मंत्री सहित अन्य को ज्ञापन सौंपा है। जिससे निःसन्देह निजी विद्यालय के लिए उम्मीद की किरण जगी है। सचिव हीरा कुमार झा ने बताया कि निजी विद्यालयों से जुड़े के अभिभावकों के बीच एक गलत फहमी उत्पन्न हो गई है कि सरकार द्वारा लॉक डाउन की अवधि का स्कूल को शुल्क नहीं जमा करने को कहा गया है। जबकि सच्चाई यह भी है कि राज्य सरकार के द्वारा और ना ही जिला प्रशासन के द्वारा कोई ऐसा आदेश जारी हुआ है। ऐसी स्थिति में हम अभिभावकों से कहना चाहते हैं कि निजी विद्यालय आपके बच्चों को पढ़ाकर उनके भविष्य संवारने में अपना अहम और सर्वच्छ बलिदान दिया हैं। अभिभावकों से कहना है के बकाया शुल्क जमा कर दे यही हमारे जीवन यापन का एकमात्र सूत्र है अतः अपनी सुविधा अनुसार विद्यालय के लंबित शुल्क का भुगतान जल्द व जरूर करें ताकि आगे भी हम आपके काम आते रहे। बाल संरक्षण पब्लिक स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष एचएन कश्यप ने बताया कि ए के कश्यप ने बताया कि हमारी दुर्दशा पर मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री को खुद से संज्ञान लेते हुए निजी विद्यालय के संचालक शिक्षक एवं कर्मचारी के जीवन यापन के लिए एक निश्चित राशि उपलब्ध कराना चाहिए नजदीक के बैंक को विद्यालय की जरूरत के हिसाब से सस्ते दरों पर लोन की अवधि तक कर्ज मुहैया कराने का आदेश देना चाहिए वही सचिव बिल्टू सहनी ने कहा कि बहुत सारे निजी विद्यालय की किराए के मकान में संचालित हो रहे है जिसका शुल्क भुगतान नहीं होने के कारण कई माह से किराया लंबित हो गया है स्कूल के गाड़ियां लोन पर ली गई है जिसका मासिक किस्त नहीं दे पा रहे हैं स्कूल प्रबंधक वही रोड टैक्स बीमा टैक्स बिजली बिल आदि बकाया चल रहा है। उन्होंने सरकार से अनुरोध करते हैं कि जल्द से जल्द संकट की इस घड़ी में फिलहाल इन टैक्सों से कम से कम छुटकारा दिया जाए। अन्य स्कूल प्रबन्धको में एके श्रीवास्तव राघवेंद्र कुमार मणिकांत लाल दास उमर खान पंकज कुमार भी प्रेस वार्ता में शामिल थे
नासिर हुसैन, संवाददाता, दरभंगा