प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 जून, 2020 की शाम चार बजे राष्ट्र को संबोधित किया और 16मिनट तक राष्ट्र को सम्बोधित किया. और उनका यह संबोधन ऐसे समय हो रहा है जब पूर्वी लद्दाख की गलवां घाटी में 15 जून को 20 भारतीय सैन्यकर्मियों के वीरगति को प्राप्त होने के बाद भारत और चीन के बीच तनाव चरम पर है। लेकिन प्रधानमंत्री सिर्फ देश के बारे में बात किया. 80 करोड़ गरीबों को 5kg चावल और 1kg चना नवम्बर तक दिया जायेगा.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह संबोधन ऐसे समय में हो रहा है जब देश कोविड-19 महामारी के रोज बढ़ते मामलों के बीच लॉकडाउन में ढील के ‘अनलॉक-2’ में प्रवेश करने जा रहा है और इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 29 जून, 2020 की रात दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
यही नहीं, प्रधानमंत्री कार्यालय ने 29 जून, 2020 की रात अपने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर के ज़रिए ट्वीट कर यह बताया कि – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 जून, 2020 की शाम चार बजे पूरे राष्ट्र को संबोधित करेंगे। इसी के साथ देश में कोविड-19 के प्रकोप के बीच प्रधानमंत्री का राष्ट्र के नाम यह छठा संबोधन
बता.ते चलें कि पीएम मोदी ने पिछली बार देश को 12 मई, 2020 को संबोधित किया था और तब उन्होंने अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के वित्तीय पैकेज की घोषणा भी की थी। वहीं, 28 जून, 2020 को प्रसारित हुए ‘मन की बात’ कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा था कि भारत ने लद्दाख में अपनी भूमि पर बुरी नजर डालने वालों को मुंहतोड़ जवाब दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा एक देश के प्रधानमंत्री पर मास्क नहीं पड़ने के कारण 13000 का फाइन हुआ. प्रधानमंत्री ने कहा गांव का प्रधान हो गया देश का प्रधानमंत्री कोई से ऊपर नहीं है. हर किसी को सोचना चाहिए. गरीब के घर में चूल्हा ना जले, गरीबों की सबको मदद करनी चाहिए, हमारा कोई गरीब भाई बहन भूखा ना सोए.
प्रिया सिन्हा, चीफ सब एडिटर