प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अहले सुबह लद्दाख पहुंच गए। एलएसी पर जारी भारत-चीन की तनातनी के बीच पीएम का यह दौरा अचानक हुआ है। मोदी ने लद्दाख के निमू में सेना, वायुसेना और आईटीबीपी के जवानों से बातचीत की। 11000 फीट की ऊंचाई पर स्थित इस जगह पर दुनिया की सबसे कठिन पहाड़ियां हैं। पीएम के साथ इस मौके पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे मौजूद रहे।लद्दाख बॉर्डर पर भारत और चीन की तनातनी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बड़ा सरप्राइज दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह-सुबह सूरज उगने से पहले अचानक लद्दाख दौरे पर पहुंचे। मोदी का यह दौरा चीन को संदेश भी है कि देश फौज के साथ खड़ा है। पीएम मोदी के साथ इस दौरे पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और आर्मी चीफ एम एम नरवणे भी मौजूद हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को गलवान झड़प के 18 दिन बाद अचानक लेह पहुंचे। यहां उन्होंने आर्मी, एयरफोर्स और आईटीबीपी के जवानों से मुलाकात की। इस दौरान वे मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती सैनिकों से भी मिलेंगे। उनके साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत भी थे। मोदी के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और आर्मी चीफ एमएम नरवणे भी साथ थे। प्रधानमंत्री से बातचीत के दौरान जवान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बैठे थे। प्रधानमंत्री ने लेह में जवानों के साथ करीब आंधे घंटे बातचीत की।
लद्दाख से अनुज की रिपोर्ट.