भारत और चीन की सेनाएं गलवान घाटी में पीछे हट गई हैं। सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार दोनो देश की सेना अपने अपने तरफ करीब 2 किलोमीटर तक पीछे हट गए है। इससे एलएसी पर तनाव में कुछ कमी आयी है और बफर जोन बना है। इसी बीच खबर है कि एलएसी पर भारतीय जवानों की तैनाती लंबे समय तक हो सकती है। इसके लिए सेना ने हजारों खास तरह के टेंट का ऑर्डर दिया है, जिससे बेहद सर्द मौसम में भी सैनिक लद्दाख सेक्टर में तैनात रह सकें। माना जा रहा है कि भारत और चीन की तनातनी सितंबर अक्टूबर तक खिंच सकती है लेकिन इसके बाद भी कुछ समय तक भारतीय जवान सावधानी बरतते हुए सीमा पर ही तैनात रहेंगे। यही वजह है कि सेना ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
गलवान झील में पानी का स्तर काफी बढ़ गया है, जिससे झील के किनारों पर बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। ऐसे में चीनी सैनिकों को और पीछे हटना पड़ सकता है। सैन्य अधिकारियों का कहना है कि बर्फ के पिघलने से झील का जलस्तर काफी बढ़ गया है। सैटेलाइट इमेज से खुलासा हुआ है कि झील का पानी चीनी सेना के टेंटों की तरफ बढ़ रहा है, जिसके चलते उन्हें पीछे हटने को मजबूर होना पड़ सकता है।
धीरेन्द्र की रिपोर्ट.