धनबाद। जिला प्रशासन की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था के खिलाफ कोविड 19 अस्पताल में भर्ती पत्रकारों ने गुरुवार से अनशन प्रारम्भ कर दिया है। व्यवस्था में सुधार होने तक अपने आंदोलन पर बने हुए रहकर भोजन ग्रहण न करने की चेतावनी जिला प्रशासन को दी है।अनशन की वजह : गौरतलब है कि पिछले दिनों दो पत्रकार के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि के बाद सभी पत्रकारों ने स्वेच्छा पूर्वक अपना अपना स्वाब जांच के लिए आगे आकर जिला प्रशासन को मदद का हाथ आगे बढ़ाया। विगत रविवार को जिले के कुल 93 पत्रकारों ने स्वाब जांच कराया। जांच रिपोर्ट में 23 पत्रकार पॉजिटिव पाए गए। पॉजिटिव आने पर मंगलवार की देर रात को ही सभी को कोविड़ अस्पताल (सेंट्रल अस्पताल) में भर्ती करा दिया गया। यहाँ अस्पताल में व्यवस्था में भारी कमी देख पत्रकारों की नाराजगी बढ़ गई। इस लचर स्वास्थ्य व्यवस्था की शिकायत उपायुक्त से की गई। जिसपर उपायुक्त ने मामले में संज्ञान लेने का आश्वाशन दिया। पत्रकारों का मानना है कि काफी विरोध के बाद साफ सफाई , भोजन आदि की व्यवस्था में बदलाव जरूर हुआ पर किसी खानापूर्ति से ज्यादा कुछ भी नही है।
अनशन पर जाने की सबसे बड़ी वजह :
कोविड़ अस्पताल में भर्ती पत्रकारों का अनशन पर जाने की सबसे बड़ी वजह उनके परिवार के सदस्यों की कोरोना जांच हेतु स्वाब जांच की प्रक्रिया अस्पताल जाकर करने के बजाय उनके घर पर जाकर ही स्वाब कलेक्ट करने की मांग को पूरा न करना है। पत्रकारों का कहना है कि उनके परिवार में कुछ बुजुर्ग भी है जिनके लिए अस्पताल जाकर स्वाब देना मुमकिन नही है और सुरक्षा कारणों से स्वाब कलेक्शन घर से ही हो यह ज्यादा उचित है। इस मांग को उपायुक्त महोदय तक भी पहुँचाया गया जबकि आश्वाशन के अलावे कुछ भी नही हुआ। अनशन पर बैठे पत्रकारों का आरोप है कि परिवार के सदस्यों को जबरन अस्पताल लाकर स्वाब लिया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि दोबारा से उनकी स्वाब जांच की मांग भी पूरी नही की जा रही है। इसके पीछे सिविल सर्जन और उपायुक्त के बीच समन्वय का घोर अभाव इसकी वजह है। फिलवक्त भर्ती पत्रकार अनशन पर है।
अजित कुमार सिंह की रिपोर्ट.