60 वर्षीय महिला की हत्या मामले में पुलिस ने 5 आरोपियों को किया गिरफ्तार मुख्य सरगना फरार.आपको बता दे कि धनबाद झरिया के भौरा ओपी अंतर्गत भौरा आठ नंबर के बंद ओसीपी में भौरा 7 नंबर निवासी गुलशन खातून का शव कंकाल के रूप में 28 मई को मिला था भौरा पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अज्ञात के विरुद्ध केश दर्ज कर आगे की कर्यवाई में जुट गई थी.गुरुवार को इस केश का उद्भेदन करते हुए सिन्द्री एसडीपीओ अजित कुमार ने प्रेस वार्ता कर पूरे मामले की जानकारी दी.उन्होंने बताया कि भौरा ओपी प्रभारी कलिका राम ने गुलशन खातून की हत्या मामले में 28 -05-2020 को 77/20 कांड सँख्या 302 ,201/34 अज्ञात के विरूद्ध केश दर्ज कर आगे की कर्यवाई की जा रही थी.इस दौरान गुप्तचर और अनुशंधान के कर्म में कुछ संदिग्ध का नाम सामने आया जिसमे पहला नाम राजा अंसारी का था इस दौरान भौरा पुलिस ने राजा अंसारी को केंदुआडीह से पूछताछ के लिए भौरा थाना लाया जिसमे पूछताछ के दौरान राजा ने अपना अपराध कबूल कर लिया और बांकी अन्य साथियों का भी नाम पुलिस को बतायाराजा अंसारी ने हत्या मामले में पुलिस को कुल 6 लोगो का नाम बताया जिसमे भौरा पुलिस ने 4 आरोपियों को भी ताबड़तोड़ छापेमारी कर भौरा 7 नम्बर से गिरफ्तार कर लिया पकड़े गए आरोपियों में रवि उर्फ आकाश , सन्नी रजक , बबलू कुमार मुर्मू और गोलू उर्फ अजहरुद्दीन है.वही इस हत्या का मुख्य सरगना ताज अंसारी और मंगल ठाकुर पुलिस की पकड़ से फरार है.साथ ही उन्होंने बताया की गुलशन खातून की हत्या पैसे के कारण हुई थी.उन्होंने बताया कि ताज अंसारी ओर मंगल ठाकुर को सूचना मिली थी कि गुलशन खातून के पास लगभग 2 से ढाई लाख रुपया है अगर इसकी हत्या कर दी जाय तो सभी पैसे इनके हो जाएंगे इस प्लानिग को लेकर सभी ने गुलशन खातून की गमछा से गला दबा कर उसकी हत्या कर दी और साक्ष्य छुपाने के लिए बीसीसीएल के बंद पोखरिया खदान में फेंक दिया था.वही पकड़े गए आरोपियों के परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए थाना में जमकर हंगामा किया और कहा कि पुलिस सभी को झूठे आरोप में फंसा कर अपना पीठ थपथपा रही है
अजित कुमार सिंह की रिपोर्ट.