सिन्द्री के एफसीआई में हिंदुस्तान रसायन एवं उर्वरक लिमिटेड में स्क्रैप कटिंग का काम कर रही मेसर्स एमटीसी में कार्यरत 70 मजदूरो ने एफसीआई गेट के समक्ष गरुवार को नग्न प्रदर्शन किया.प्रदर्शन कर रहे स्थानिए मजदूर लक्की चंद बावरी ने बताया की 6 महीने पूर्व गेट पास रिनुअल के नाम पर सभी 70 मजदूरो को काम से बैठा दिया गया था इसके बाद से 70 मजदूरो को काम पर नही रखा गयाजिसे लेकर सभी स्थानिए 70 मजदूर एफसीआई के अधिकारी से लेकर जिला प्रशासन ,बिधायक ,मुख्यमंत्री.राष्ट्रपति तक अपनी मांगों को रखा सभी ने अस्वासन भी दिया लेकिन आज तक मजदूरो को काम पर नही रखा गया जिसके कारन सभी मजदूरो के परिवार भुखमरी के कगार पर आ गए है यही नही बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार द्वार लगाए गए लॉक डाउन के कारण परिवार चलाना और काफी मुश्किल हो गया हैवही प्रदर्सन में शामिल बबलू महतो ने कहा कि 6 महीने से लगातार प्रदर्शन के बावजूद भी सरकार और जिला प्रशासन ने 70 मजदूरो की मांगे पूरी नही की यही नही स्थानिए मजदूरो को काम से बैठा कर बाहरी मजदूरो को लाकर कंपनी में काम कराया जा रहा है जो सराशर गलत है.बबलू ने यह भी कहा कि एक तरफ सरकार कहती है कि किसी भी कंपनी में कार्य के लिए पहली प्राथमिकता स्थानिए लोगो की होगी लेकिन एफसीआई कंपनी में स्थानिए को रोजगार देने के बजाय बाहरी लोगों को रोजगार दे रही है.जिसके कारण गुरुवार को सभी मजदूर बाध्य हो कर एफसीआई गेट के समक्ष नग्न प्रदर्सन किया जिसकी जवाबदेही सरकार और जिला प्रशासन की है.यही नही बबलू महतो ने यह भी कहा कि इसके बावजूद भी अगर एफसीआई के प्रबंधक सभी 70 मजदूरो को काम पर नही रखा तो मजदूर अपने परिवार के साथ आत्मदाह करने पर मजबूर हो जाएंगे जिसकी जवाबदेही सरकार ,जिला प्रशासन और एफसीआई प्रबंधक की होगी
उमर फारूक की रिपोर्ट.