जन अधिकार पार्टी लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय महासचिव श्री राजेश रंजन ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ता की हवस पाल बैठे नेता बिहार की जनता को गुमराह कर रहे हैं, रोज नए वादे करते हैं,लेकिन धरातल पर काम नही होता हैं.रेलवे के बोगियों को कोरंटिन सेंटर बनाने की वादा कर सरकार भूल गयी कि आज नर्सिंग होम को कोरंटिन सेंटर बनाने की बात करने लगी,रोज रोज नए वादे से जनता की तकलीफे कम नही होगा धरातल पर काम भी हो। सूबे में करोना महामारी से लाखों लोग प्रभावित हैं. आम जनता भूख बाढ़ बीमारी से मर रहे हैं,स्वास्थ्य सेवा पूणतः फेल है हो चुका है .नीतीश जी आपको बताना होगा कि बिहार 15 साल पहले शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में बिहार अंतिम पायदान पर था. आपको स्पष्ट करना होगा कि आज भी शिक्षा स्वास्थ्य के मामले में क्या स्थिति है? क्या आज भी अंतिम पायदान पर ही है?आज भी हमारा बिहार अगर उसी स्थिति में है, तो किस विकास की दुहाई दे रहे हैं. जब संक्रमण तेजी से फैल रहा है ,तो आइसोलेशन सेंटर में डॉक्टरों की मृत्यु हो रही है यह चिंता का विषय है। सरकार कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा छुपाने में लगी हुई है. अब तक सरकारी आंकड़ों के मुताबिक संक्रमितों की संख्या लगभग 25 हजार के ऊपर है .जांच की प्रक्रिया बहुत धीमी गति से की जा रही है,बिहार की राजधानी में यह स्थिति है तो अन्य जिलों में क्या स्थिति होगी नीतीश सरकार जनता को राम भरोसे छोड़ दिया है। ज्ञात हो कि डबल इंजन की सरकार राज्य की जनता की चिंता छोड़ चुनाव की तैयारी में लगी हुई हैसाथ ही डिजिटल रैली कराने में लगी है. सरकार को बेरोजगारी भ्रष्टाचार महामारी ने लाखों नौजवानों से रोजगार छीन ली है. उनके समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
कौशलेन्द्र पाण्डेय.