पटना 26 जुलाई 2020 ; राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने सरकार से उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी द्वारा दिए गए बयानों और किये गये ट्वीट के सम्बन्ध में स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है ।
राजद नेता ने कहा है कि सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि सरकार के विभागीय अधिकारियों द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति को सरकार का अधिकृत बयान माना जाये या उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी जी द्वारा जारी बयान अथवा उनके अधिकारिक ट्वीट को । क्योंकि उप मुख्यमंत्री के बयान और सरकार के अधिकारियों द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में विषय-वस्तु और आंकड़ों मे काफी अंतर रहता है । जिससे लोगों में भ्रम पैदा होता है । और दोनों के बयानों की विश्वसनीयता पर संदेह होने लगता है ।
अभी सरकार के उच्च पदस्थ अधिकारीयों द्वारा कोरोना संक्रमण से सम्बंधित जो बयान दिए गये हैं और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी जी द्वारा जो ट्वीट किया गया है, दोनों आंकड़ों मे काफी अंतर है । सरकारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-मई में रिकवरी का जो अनुपात 76-78 प्रतिशत था वह जुलाई के तृतीय सप्ताह के शुरू में कम होकर लगभग 63 प्रतिशत आ गया था । कल 25 जुलाई को अधिकारियों द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार रिकवरी रेट सुधर कर 67.52 प्रतिशत पर आ गया है। । जबकि सुशील कुमार मोदी जी द्वारा कल शाम को ट्विट के माध्यम से यह दावा किया गया कि बिहार में पहले रिकवरी रेट 51,80 प्रतिशत था जो अब बढ कर 63 प्रतिशत हो गया है । पहली बात बिहार हीं नहीं बल्कि देश मे कहीं भी और कभी भी रिकवरी रेट 51.80 प्रतिशत रहा हीं नहीं । और दूसरी बात मोदी जी के अनुसार कल बिहार का रिकवरी रेट 63 प्रतिशत था जबकि पदाधिकारियों के अनुसार रिकवरी रेट 67.52 प्रतिशत था। दोनों के आंकड़ों में 4.52 प्रतिशत का बड़ा अंतर है । इस प्रकार परस्पर विरोधी आंकड़ों से आंकड़ों क विश्वसनीयता पर संदेह होने लगता है ।
राजद नेता ने कहा कि यैसी स्थिति में सरकार को स्थिति स्पष्ट करना चाहिए कि सरकार का अधिकृत बयान उप मुख्यमंत्री के ट्विट को माना जाये अथवा पदाधिकारियों द्वारा जारी विज्ञप्ति को ।
शैलेश तिवारी की रिपोर्ट.