राजस्थान के राजनैतिक संकट को लेकर बहुजन समान पार्टी और कांग्रेस पार्टी दोनों ही एक-दूसरे के आमने-सामने आ गई हैं। जहां एक ओर बहुजन समाज पार्टी ने 28 जुलाई, 2020 की सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस पर वार किया था तो वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने पलटवार करते हुए बसपा को भाजपा का अघोषित प्रवक्ता करार कर दिया।
यही नहीं, प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर के ज़रिए ट्वीट कर बीसएपी पर निशाना साधते हुए यह कहा कि भाजपा के अघोषित प्रवक्ताओं ने भाजपा को मदद की व्हिप जारी की है। लेकिन यह केवल व्हिप नहीं है बल्कि लोकतंत्र और संविधान की हत्या करने वालों को क्लीन चिट भी है।
बता दें कि इससे पहले बीएसपी प्रमुख मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस को लपेटे में लिया था, मायावती ने कहा था कि कांग्रेस ने लगातार धोखा दिया है और धोखे से ही बसपा विधायकों को अपनी पार्टी में लिया है। मायावती ने आगे कहा था कि बसपा इस मामले को सुप्रीम कोर्ट तक लेकर जाएगी, अगर कांग्रेस की सरकार गिरती है तो इसके लिए अशोक गहलोत ही जिम्मेदार होंगे।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पहले भी कांग्रेस महासचिव प्रियंकां गांधी वाड्रा और मायावती के बीच ट्विटर वॉर छिड़ चुका है और प्रियंका गांधी कई बार मायावती को भारतीय जनता पार्टी का अघोषित प्रवक्ता करार कर चुकी हैं। गौरतलब है कि, बसपा ने अपने छह विधायकों को व्हिप जारी कर कहा कि वो कांग्रेस के खिलाफ वोट करें, हालांकि यह विधायक छह महीने पहले ही कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं।
बताते चलें कि इस मामले को लेकर एक याचिका हाईकोर्ट में खारिज हो गई है लेकिन मायावती इस मामले को कोर्ट के माध्यम से सुलझाना चाहती हैं, इसलिए 28 जुलाई, 2020 को एक और याचिका दायर की गई है। और तो और कांग्रेस के पास बहुमत की कमी थी लेकिन बसपा के छह विधायकों ने अपनी पार्टी बदल दी थी, जिसके बाद कांग्रेस का पलड़ा भारी हो गया था।
प्रिया की रिपोर्ट.