प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन करने वाले हैं. इस दौरान पीएम मोदी राम मंदिर के प्रतीक और रामायण पर पोस्टल स्टैम्प भी जारी कर सकते हैं. इस अवसर पर अभी अयोध्या में तैयारी चल रही है. राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट ने रामभक्तों से अपील की है कि वे 5 अगस्त को अयोध्या पहुंचने के लिए आतुर न हों. भक्तों को आश्वस्त किया गया है कि उन्हें भविष्य में उचित समय पर ‘राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण यज्ञ’ में भाग लेने का अवसर मिलेगा.अयोध्या शोध संस्थान के निदेशक वाईपी सिंह ने बताया, ‘अगर चीजें योजना के अनुसार रहीं, तो 5 अगस्त को डाक टिकट भी लॉन्च किए जाएंगे. इनमें से एक टिकट राम मंदिर के एक प्रतीकात्मक मॉडल पर और दूसरा अन्य देशों में राम के महत्व को दर्शाने वाले दृश्य पर होने की संभावना है .’सिंह ने कहा कि अयोध्या शोध संस्थान ‘दुनिया भर में राम की सांस्कृतिक उपस्थिति’ को प्रदर्शित करने के लिए विभिन्न देशों से राम लीला के प्रतीकों के बड़े पोस्टर और कट-आउट तैयार कर रहा है. इन्हें राम मंदिर की ओर जाने वाली रोड पर लगाया जाएगा. उन्होंने कहा कि अयोध्या में साकेत डिग्री कॉलेज में जहां उनका हेलिकॉप्टर उतरेगा, वहां से राम मंदिर तक यानी 4.5 किलोमीटर के रास्ते पर 25 जगहों पर राम चरित्र मानस का अखंड पाठ कराने की तैयारी चल रही है. साथ ही 5 अगस्त के लिए शहर दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है. इस बीच राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट ने लोगों से महामारी की स्थिति को देखते हुए भूमि पूजन के लिए अयोध्या ना आने को कहा है. ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि ‘राम मंदिर आंदोलन 1984 में शुरू हुआ था और तब से करोड़ों रामभक्त ने समर्थन दिया है. ऐसे में इस अवसर पर मौजूद रहना उनकी इच्छा होगी हालांकि महामारी की स्थिति को देखते हुए, यह संभव नहीं है.’उन्होंने कहा ‘राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट सभी रामभक्तों से अपील करता है कि वे अयोध्या पहुँचने के लिए उत्सुक न हों और इसके बजाय सभी को दूरदर्शन पर लाइव टेलीकास्ट देखना चाहिए.’ उन्होंने इस अवसर पर सभी से शाम को अपने घरों में दीपक जलाने का अनुरोध किया.
धीरेन्द्र की रिपोर्ट.