मुंबई. बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच करने मुंबई पहुंचे पटना के एसपी विनय तिवारी को क्वारंटीन किया गया है. बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉरपोरेशन (बीएमसी) ने इसकी जानकारी दी है. बीएमएस के अधिकारियों ने कहा कि अधिकारी को क्वारंटीन किया गया है. विनय तिवारी रविवार को ही सुशांत केस की जांच के लिए मुंबई पहुंचे थे.बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि सुंशात केस की जांच करने मुंबई पहुंचे बिहार के आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को IPS हॉस्टल में रुकने की जगह नहीं दी गई थी. उन्होंने जब अपने रहने की व्यवस्था की तो उनसे उनका ठिकाना पूछा गया. पता मिलते ही बीएमसी ने विनय तिवारी को कोरोना के डर से क्वारंटीन कर दिया. उन्होंने कहा कि एसपी विनय तिवारी को ने जबरन क्वारंटीन किया. कानून के साथ वर्दी पर प्रतिबंध उचित नहीं है. देश की वर्दी एक है जो कानून की रक्षा जनता की सुरक्षा और न्याय का प्रतीक है. बिहार पुलिस ने कहा कि हमारे अधिकारी के हाथ पर क्वारंटीन की मुहर लगा दिया. पुलिस कमिश्नर परम वीर सिंह ने रविवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात कर अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में अब तक हुई जांच से अवगत कराया. साथ ही बिहार पुलिस की मुंबई मौजूदगी और सोशल मीडिया पर अफवाह को लेकर भी जानकारी दी. गृह विभाग के सूत्रों ने बताया कि मुंबई पुलिस कमिश्नर ने पहले गृहमंत्री अनिल देशमुख से मुलाकात की और फिर मुख्यमंत्री से मिलने के लिए गये. उल्लेखनीय है कि 34 वर्षीय सुशांत सिंह राजपूत 14 जून को अपने बांद्रा स्थित आवास पर मृत मिले थे. उनके मौत के मामले की जांच मुंबई पुलिस के साथ परिवार द्वारा पटना में शिकायत दर्ज कराने के बाद बिहार पुलिस भी कर रही है. विपक्षी बीजेपी सहित कई धड़ों द्वारा सीबीआई जांच की मांग की निंदा करते हुए देशमुख ने ट्वीट किया था, ‘महाराष्ट्र पुलिस पेशेवर तरीके से मामले की जांच कर रही है और सच्चाई सामने लाने में सक्षम है और मामले में कोई कसर नहीं छोड़ेगी.
आईपीएस तिवारी के साथ जो घटना घटी इससे साफ होता है कि महाराष्ट्र सरकार किसी बड़े राजनेता या माफिया को बचाने के लिए अपनी प्रतिष्ठा दांव पर लगा दी है. महाराष्ट्र सरकार मेक आईपीएस के साथ हुए ऐसे व्यवहार के कारण पूरे महाराष्ट्र का प्रतिष्ठा धूल धुसरित गया.