केंद्र सरकार के खेती-किसानी से जुड़े तीन अध्यादेशों के खिलाफ पंजाब और हरियाणा के किसान परेशान होते दिखाई दे रहे हैं. यहां के किसान संगठन इसके खिलाफ अपनी नाराजगी जताने के लिए 20 जुलाई को ट्रैक्टरों के साथ सड़कों पर उतरी. जबकि केंद्र सरकार इसे किसानों के लिए फायदेमंद बता रही है. वही विपक्ष इसको ‘एक राष्ट्र, एक कृषि बाजार’ को किसानों के लिए गलत फैसला बता रहे है. बता दे 5 जून को सरकार ने खेती से जुड़े एक पुराने कानून में संशोधन किया है और दो नए अध्यादेश पारित किए हैं. जिसके बाद से देश मे विरोध शुरु हो गया है. आज लुधियाना शहर मे कई जगह यूथ कांग्रेस के सदस्यों द्वारा कृषि अध्यादेश के विरोध में प्रदर्शन किया जा रहा है. विधानसभा लुधियाना दक्षिणी के यूथ कांग्रेस द्वारा ब्लॉक स्तर पर किसान विरोधी ऑर्डिनेंस के विरोध में धरना प्रदर्शन कर केंद्र सरकार से इसे जल्द से जल्द निरस्त कर किसानो को राहत देने की मांग उठाई गई. किसानों के हक के लिए आगे आए यूथ कांग्रेस के सदस्यों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और इस अध्यादेश को किसानों के लिए उनका हक मारने को बताया. यूथ कांग्रेस के सदस्यों ने केंद्र सरकार से यह मांग किया जो मोदी सरकार लॉक-डाउन और कोरोना महामारी का नाजायज फायदा उठाकर किसानो के मंडी को बंद करवा रही है. और किसानों के खिलाफ जो ऑर्डिनेंस पास हुआ है उसको वापस ले और किसानों के साथ किसानों के हक के लिए खड़े हो मोदी सरकार. इस मौके पर यूथ कांग्रेस के विजय अग्निहोत्री, गोल्डी पंजाब प्रधान, योगेश हांडा लुधियाना प्रधान, गोपी बैंस हल्का लुधियाना प्रधान, सोनू सिंह साउथ लुधियाना वाइस प्रेसिडेंट, गौतम कुमार शर्मा मीडिया इंचार्ज, चेतन थापर जनरल सेक्रेटरी लुधियाना वही इस मौके पर यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं मे से चंदन, पवन, हिटलर, अरविंद, अजित, रितेश, राहुल चौधरी, गोपी बैस की मौजूदगी में यूथ कांग्रेस के सदस्यों द्वारा लुधियाना के कंगनवाल और मोती नगर इलाके में प्रदर्शन किया ।
निखिल की रिपोर्ट.