लुधियाना शेरपुर चौक स्थित एसपीएस अस्पताल की नर्सिंग स्टाफ रविवार को धरने पर बैठ गई। अपनी मांगों को लेकर वह पहले अस्पताल के अंदर फिर सड़कों पर उतर आईं। इस दौरान नर्सिंग स्टाफ के द्वारा अस्पताल प्रशासन और एच आर के एच. ओ. डी. मनीष कुमार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। नर्सिंग स्टाफ के धरने के कारण अस्पताल मे भर्ती मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। प्रदर्शन कर रहे नर्सों का कहना था कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती वह कोई काम नहीं करेंगे। सूचना पर थाना डिवीजन छह के अधीन आती चौकी शेरपुर की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस के द्वारा प्रदर्शन कर रहे स्टाफ को समझाने की कोशिश की गई लेकिन स्टाफ नहीं मानीं।
नर्सिंग स्टाफ से बात चीत करने पर उन्होने बताया कि वह कोविड के मरीजों का काफी समय से इलाज कर रही हैं। इस महामारी के इस दौर में वह अपनी और परिवार की जान खतरे में डालकर भी पूरे मन से ड्यूटी निभा रहे हैं। पर उन्हें न तो कोई अलग से चार्ज दिया जा रहा है और न ही कोई इंक्रीमेंट दिया गया है। उनकी जो सैलरी है वह भी काटी जा रही है। ड्यूटी रोस्टेड चार्ट भी गलत तरीके से बनाए जा रहे हैं। उनके साथ अस्पताल में एचआर विभाग के अधिकारी और मुलाजिम दुर्व्यवहार करते हैं। अधिकारियों के पास शिकायत करते हैं तो कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अस्पताल प्रशासन से पैसे मांगे गए तो बोल रहे हैं कि कोविड के कारण काफी नुकसान हुआ है पैसे उनके पास नहीं है जबकि अस्पताल में मरीजों की संख्या तो कम हुई नहीं तो पैसे कैसे कम हो गए। जब तक उन्हें पैसे नहीं दिए जाएंगे सैलरी पूरी नहीं दी जाएगी। जब तक मनीष नाम के अधिकारी को हटाया नहीं जाएगा तब तक वह काम पर नहीं लौटेंगे। मौके पर पहुचे अधिकारियो द्वारा नर्सिंग स्टाफ को समझाने की कोशिश की गई और नर्सिंग स्टाफ की मांगों को लिखित में मांगा गया। नर्सों की मांगों को पूरा करने की और इस पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया।
निखिल दुबे की रिपोर्ट.