आज के कोरोना काल और निरन्तर लाॅकडाउन के समय दूर शिक्षा का महत्व काॅफी बढ़ गया है । पूरे विश्व में आनलाईन शिक्षा पर जोर दिया जा रहा है, ऐसे में इंदिरागाॅधी राष्ट्रीय खुला विश्वविद्यालय ओपेन लर्निग के लिए विश्वविख्यात है। आप का किमती साल बर्बाद न हो एवं आप घर बैठे लाॅकडाउन में अपनी शिक्षा एवं ज्ञान में इजाफा कर सकते है। इसके लिए इग्नू के पास सैकड़ो कोर्सेज मौजूद है। आप अपनी इच्छा एवं जरूरत के अनुसार किसी भी कोर्स का चुनाव कर एक केन्द्रीय विश्वविद्यालय में अध्ययन का लाभ उठा सकते है। यह जानकारी आज इग्नू के टी.पी.एस. काॅलेज स्टडी केन्द्र और इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र पटना द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित ‘छात्र विकास कार्यक्रम’ क तहत दाखिला के लिए काउंसिल सत्र को सम्बोधित करते हुए क्षेत्रीय केन्द्र के निदेशक डाॅ. अभिलाष नायक ने कहीं। सत्र की अध्यक्षता टी.पी.एस. काॅलेज के प्रचार्य प्रो. उपेन्द्र प्रसाद सिंह ने की। उन्होंने कहा कि हमारे केन्द्र पर छात्रों को सभी सुविधाएॅ उपलब्ध है। प्रो. श्यामल किशोर, समन्वयक, टी.पी.एस. काॅलेज, स्टडी केन्द्र ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि इग्नू द्वारा प्रदत हिन्दी, अंगे्रजी, इतिहास, राजनीतिशास्त्र, दर्शनशास्त्र, मनोविज्ञान, समाजशास्त्र, एवं ग्रामीण विकास विषयों में स्नातकोत्तर,तथा ग्रामीण विकास, पर्यावरणीय संपोषय विकास, सस्टेंनिविलिटी विज्ञान, अनालिटिकल केमिस्ट्री, एवं अकूपेशनल हेल्थ विषयों में पीजी डिपलोमा, चाईलड केयर, मोडर्न आफिस प्रैक्टिस, क्रिएटिव हिंदी में डिप्लोमा तथा ग्रामीण विकास, हयूमन राइटस, टूरिज्म स्टडी आदि विषयों में सर्टीफिकेट कोर्स टी.पी.एस. काॅलेज स्टडी केन्द्र पर अध्ययन की सुविधा मैजूद है। आज इन कोर्सेज में नामांकन कराकर अपने केरियर को उज्जवल बना सकते है एवं स्वरोजगार की दिशा में कदम बढ़ा सकते है। क्षेत्रीय केन्द्र के सहायक केन्द्र निदेशक डाॅ. आसिफ इकबाल एवं डाॅ. शालिनी दीक्षित ने विस्तार से इग्नू में दाखिले एवं कोर्सेज की जानकारी देते हुए कहा कि इग्नू जन जन का विश्वविद्यालय है जिसका उद्देश्य अंतिम व्यकित तक ज्ञान की रोशनी पहुंचाना है। प्रश्न काल में प्रतिभागियों के प्रश्नो को केंद्र के सह समन्वयक डॉ संजय कुमार ने विस्तार से बताया। धन्यवाद ज्ञापन टी.पी.एस. अघ्ययन केन्द्र के सह-समंवयक प्रो. अबू बकर रिजवी ने किया। इस अवसर पर डाॅ. हेमलता ंिसह, डा. कृष्णनंदन प्रसाद, डाॅ. प्रशात कुमार, डाॅ. नूपूर, डाॅ. शशिप्रभा दूबे, डाॅ. उदय कुमार, डाॅ. हरिमंगल के इलावा राज्य भर के करीब 350 छात्र-छात्राओं ने वर्चूअज मोड हुई बैठक में हिस्सा लिया।