दरभंगा। सोमवार को दरभंगा नगर निगम दरभंगा की मेयर वैजयंती खेड़िया के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर पार्षदों का शिष्टमंडल ने नगर निगम में ज्ञापन सौंपकर वर्तमान मेयर के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। जिसमें कुल 24 पार्षदों के हस्ताक्षर के साथ पत्र सौंपा गया हैं। जिसमें बिहार नगर पालिका अधिनियम 2007 की धारा 25 (4) के अंतर्गत विशेष बैठक आयोजित करने के संबंध में मुख्य पार्षद (मेयर) से कहा गया है। वार्ड के पार्षदों में वार्ड संख्या 30 से प्रवीण , वार्ड संख्या 21 से मधुबाला सिन्हा , वार्ड संख्या 34 से अनोखा देवी , वार्ड संख्या 28 से ममता देवी, वार्ड संख्या 17 से अमोला महतो, वार्ड संख्या 13 से निशा कुमारी , वार्ड संख्या 15 से सुचित्रा रानी , वार्ड संख्या 6 से भरत कुमार सहनी , वार्ड संख्या 4 से पंडित वेद व्यास , वार्ड संख्या 5 से पूजा मंडल , वार्ड संख्या 22 से मंजुला देवी , वार्ड संख्या 33 से इशरत जहां , वार्ड संख्या 46 से राजू पासवान , वार्ड संख्या 20 से बेला देवी , वार्ड संख्या 41 से शंकर प्रसाद जयसवाल , वार्ड संख्या 40 से मुन्नी देवी , वार्ड संख्या 42 से शीला देवी , वार्ड संख्या 43 से परशुराम गुप्ता , वार्ड संख्या 14 से चंद्रकला देवी , वार्ड संख्या 45 से मंजू देवी , वार्ड संख्या 29 से शबाना खानम , वार्ड संख्या 26 से अजय महतो , वार्ड संख्या 23 से गीता देवी एवं वार्ड संख्या 45 से देव कृष्ण झा के हस्ताक्षर युक्त पत्र वर्तमान मेयर के कार्य के विरुद्ध पार्षदों का अविश्वास प्रस्ताव को लेकर पत्र सौंपा गया। जिसे निगम के कर्मी द्वारा पत्र को रिसीव किया गया पत्र के माध्यम से कहा है के मेयर के बनने के बाद लगातार जनहित कार्यों से बैजंती खेड़िया ने दूरी बना रखी हैं। सौंपे पत्र में कहा गया है के आप, अधिकारी एवं आधा दर्जन अंधभक्त पार्षदों के साथ मिलकर निगम की राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है। पिछले 8 माह से मेयर ने सामान्य बोर्ड की बैठक नहीं बुलाई है। जिससे पूरे भारत में एवं नगर निगम के इतिहास में इतने दिनों तक दरभंगा नगर निगम की बैठक नहीं हुई है यह पहली बार ऐसा हुआ है। वर्तमान में डेढ़ दर्जन से अधिक वार्ड बाढ़ से प्रभावित है। बहुत ही दैनीय परिस्थिति में 15 दिन से लोग इस कोरोनावायरस व बाढ़ के साथ दोहरी मार झेलने को जनता विवश है। लेकिन आपने 2 से 3 जगह जाकर सिर्फ फोटो खिंचवा कर अपनी छवि बनाकर जनता को दिखाने के लिए महापौर बनी हुई है। जहां संक्रमित मरीज निकल रहे हैं वहां सेनीटाइज की व्यवस्था लगातार जारी पूरे शहर में होनी चाहिए थी इसके उल्टे तीन जगह गेट बना कर इसका उदघाटन कर मीडिया के माध्यम से प्रचार किया गया। जब भी सैनिटाइज की जरूरत पड़ी तो आपने निगम के द्वारा मशीन खानापूर्ति के लिए चलवा रही हैं आप के कार्यकाल में नगर निगम की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। एक भी ऐसी जगह नहीं है जहां पूरी तरह से सफाई बनी हो इसकी तैयारी नहीं की गई पिछले एक वर्ष से कचरे से खाद्य बनाने के प्रोजेक्ट के नाम पर आपने बहाली कर अपने समर्थक पार्षदों के घर और प्रतिष्ठान में सेवा लेकर सरकार के लाखों रुपए का दुरुपयोग कर रही हैं। दरभंगा के डीएमसीएच अस्पताल में 4 जिला के कोरोनावायरस के मरीज रह रहे हैं। इसको लेकर आपने अपने शहर में अलग से कोई व्यवस्था नहीं की है। और इस मुद्दे पर कभी पार्षदों से बैठकर विचार-विमर्श तक नहीं किया। आपके अपने शहर में 10 मरीज अब तक मर चुके हैं। कोरोनावायरस के संक्रमण से जो कि बिहार के अन्य शहरों से सबसे ज्यादा है। लेकिन उसके बावजूद भी आप महापौर पद पर रह कर अपनी जिम्मेदारी को निभाया नहीं। अपने यह भी नहीं सोचा कि कोरोना के जंग में जिंदगी हार चुके लोगों के परिजनों से उनके घर जाकर परिवार का हालचाल लिया जाए उनकी दा संस्कार और कफन दफन कैसे हो यह भी जरूरी नहीं समझा आपने। संक्रमण की रोकथाम के लिए जब जिलाधिकारी के साथ बैठक में आपको बुलाया गया सिर्फ सोना सोनार इनका नेपाल से संबंध की बात का कर चुपी साध लिया। आपके महापौर के रहते दरभंगा शहर की छवि धूमिल हो रही है। आप सिर्फ अपनी छवि ,हित साधने और अपने आधा दर्जन समर्थक पार्षदों के लिए महापौर पद पर बने रह रही हैं। बाढ़ के समय जब डेढ़ दर्जन से अधिक वार्ड बाढ़ से जूझ रहे हैं कई भागों में पानी अब भी लगा हुआ है। लोग त्राहिमाम कर रहे हैं आप यह मांग तक नहीं पूरा किया पत्र के माध्यम से कहां गया कि जहां जहां भी पानी लगी हुई है। उन सभी वार्डो को भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित किया जाना चाहिए था। लेकिन आपने ऐसा नहीं किया और अपने चाहते आधा दर्जन पार्षदों को खुश करने में लगी हुई हैं। इस भीषण बाढ़ में आप दो-तीन जगह बड़े पंपसेट से पानी निकलवा कर ड्रामा कर रही हैं। जबकि आपको बाढ़ से प्रभावित लोगों के भोजन , राहत की सुधि लेनी चाहिए थी। बाढ़ राहत का सबसे बड़ा शिविर सीएम आर्ट कॉलेज एवं मदरसा हमीदिया में है जहां हजारों लोग बाढ़ से पीड़ित हैं यहां सरण ले रखा है। जिसकी सुधि लेने की आपने फुर्सत नहीं निकाली। कोरोना काल 22 मार्च 2020 से चल रहा है अब तक हम लोगों ने तत्काल आपको यह छूट दी थी। कि आप मार्च में बजट पास करा ले लेकिन आपने स्वाभिमान और अपने घमंड में पिछले 4 माह से अब तक कोई बैठक करने की जरूरत नहीं समझी कोरोना के रोकथाम के विषय पर जब जिलाधिकारी की बैठक में आपको बुलाया गया तो आपने सिर्फ अपने ही लोगों को साथ बैठक में गई और लोगों को क्यों नहीं आमंत्रित किया गया। आपके रहते दरभंगा की छवि धूमिल हो रही है। आप सिर्फ अपनी छवि चमकाने और आर्थिक हित साधने और अपने आधा दर्जन समर्थक पार्षदों के लिए महापौर पद पर बने हुए हैं।
नासिर हुसैन, संवाददाता, दरभंगा