कोरोना संक्रमण (लॉक-डाउन) के कारण पांच महीने तक बंद रहने के बाद रविवार से माता वैष्णो देवी यात्रा शुरू हो चुकी है. कोरोना संक्रमण को देखते हुए मंदिर परिसर में खास इंतजाम किए गए है. ताकि लोग कोरोना से दूर रहें. लेकिन इन सबके बावजूद कोरोना वायरस संक्रमण ने माता दरबार मंदिर में दस्तक दे दी है. जानकारी के मुताबिक वैष्णो देवी मंदिर के 3 पुजारी, चार पुलिसवाले और श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के कर्मचारी संक्रमित हो गए हैं. इससे पहले भी रविवार को वैष्णो देवी में 20 कोरोना केस सामने आने की बात आई थी.
जम्मू-कश्मीर के कटरा में त्रिकुटा पर्वतों पर स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए फिर से खोल दिए गए हैं. कोरोना वायरस के कारण करीब पांच महीने तक बंद रहने के बाद माता के मंदिर समेत अन्य धार्मिक स्थलों को रविवार सुबह भक्तों के लिए खोल दिया गया है. लेकिन अभी कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे को देखते हुए वहां काफी कुछ बदल गया है. मसलन पहले की तरह गुफा के अंदर पंडित जी अब भक्तों को टीका नहीं लगा रहे हैं. साथ ही भक्तों के लिए खुलने वाली दुकानें भी अभी बंद हैं.
नए नियमों के मुताबिक पहले हफ्ते में प्रतिदिन 2,000 श्रद्धालु माता दरबार मे दर्शन कर सकेंगे, जिनमें से 1,900 जम्मू-कश्मीर से होंगे और बाकी के 100 लोग अन्य प्रदेशों से होंगे.
जम्मू-कश्मीर के बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को कोरोना (कोविड-19) जांच करवानी होगी, जिनकी रिपोर्ट में संक्रमणमुक्त होने की पुष्टि होगी वे ही आगे जा सकेंगे साथ ही वैष्णो देवी की यात्रा करने के इच्छुक लोगों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा.
निखिल की विशेष रिपोर्ट.