छोटी जगह से जब कोई सितारा ऊभर कर सामने आता है तो सबकी आंखें भौंचक्की सी रह जाती है। बिहार के गया जिले में कुछ ऐसे ही सितारें तैयार हो रहे है… आज सीआईएन आपको यह स्पेशल स्टोरी विस्तार से बताने जा रहा है –
मगध विश्व विद्यालय, बोधगया मे कार्यरत श्री अमितेश श्रीवास्तव ने, जो खुद एक फुटबॉल फैन हैं ओर उनका 6 साल का बच्चा फुटबॉल का फ्यूचर प्लेयर है विश्व विद्यालय के मैदान मे इस खेल के पोशन के लिये प्रयासरत हैं। उन्के प्रयास को बुद्धा सॉकर एकैडमी 6 साल से 16 साल के बच्चों का चुनाव करके फुटबॉल टीम का निर्माण कर रही है। बता दें कि इस एकैडमी को पुर्व खिलाड़ी और बर्तमान मे गृह मंत्रालय, भारत सरकार मे कार्यरत आर के सिन्हा, बिहार के फुटबॉल रेफरी कैलाश प्रसाद तथा फूटबाल कोच विनय श्रीवास्तव मदद कर रहे हैं।
इस एकैडमी का मक्सद है गया मे छोटे बच्चो को इस खेल मे ट्रेनिंग देके उनका चुनाव करना और प्रतिभाशाली बच्चों को दिल्ली स्थित वाई चंग भूटिया एकैडमी, रमन विजयन अकादमी व साथ ही चेन्नई या फिर कोलकाता के विख्यात कोचिंग सेंटर में दाखिला दिलाना।
.ह कहना गलत नहीं होगा कि अगर गया जिला के प्रशासनिक अधिकारीगण,विश्व विद्यालय के ऊप कुलपति, खेल कूद विभाग तथा शहर के गणमान्य नागरिक इस एकैडमी की मदद के लिए खुलकर सामने आए तो यह प्रयास ज़रूर सफल होगा और गया व पूरे बिहार का नाम रौशन होगा।
प्रिया सिन्हा की रिपोर्ट.