दिल्ली/श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर स्थित पुलवामा में केंद्रीय अर्धसैनिक बल के जवानों के काफिले पर हुए हमले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी मंगलवार को 5000 पन्नों की चार्जशीट फाइल कर सकती है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस चार्जशीट में पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद और उसके सरगना मसूद अजहर, रुउफ असगर का नाम बतौर आरोपी शामिल किया गया है. NIA ने अपनी जांच में पाया है कि हमले में इस्तेमाल किए गए 20 किलो आरडीएक्स को पाकिस्तान से लाया गया था. एनआईए की चार्जशीट में कहा गया है कि आरडीएक्स समेत अन्य विस्फोटक आतंकी पीठ पर पाकिस्तान से लाद कर लाए. इसके साथ ही बताया गया एक अन्य आरोपी इकबाल रादर ने इस हमले के पहले उमर फारूक नाम के एक आतंकी को रात के अंधेरे में सीमा पार करा कर घाटी में लाया था. NIA को इस बात के वीडियो सबूत भी मिल हैं, जिनमें अमावस्या यानी अंधेरी रात में घुसपैठ करने की रणनीति का जिक्र किया गया है. जांच एजेंसी को यह वीडियो उमर फारुक के फोन में मिला है. इस फोन के जरिए एजेंसी को पूरे प्लान के बारे में पता चला है कि जिसके जरिए आतंकी भारतीय सीमा में आए.सूत्रों के अनुसार चार्जशीट में कहा गया है कि आतंकियों ने हमले में इस्तेमाल किए गए अमोनियम नाइट्रेट और नाइट्रो ग्लिस्रीन सरीखे पदार्थ स्थानीय स्तर पर ही इकट्ठा किए थे. कहा गया है कि आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर में इन विस्फोटकों को ऑनलाइन भी खरीदा था.40 जवान हो गए थे शहीद.साल 2019 में हुए पुलवामा हमले से जुड़ी यह चार्जशीट जम्मू स्थित NIA की विशेष अदालत में में दाखिल किया जा सकता है. गौरतलब है कि इस हमले को अंजाम देने वाला आदिल अहमद डार समेत इसमें इस्तेमाल हुई IED को बनाने वाला कामरान , सीमा पार से आया आतंकी उमर फारुक एनकाउंटर में जा चुके हैं. इस मामले में अभी तक सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है.NIA जांच में यह बात सामने आई है कि कि आतंकी हमला करने वाले डार समेत अन्य आतंकियों के पास से महंगे फोन मिले हैं जिसमें आतंकी हमले से पहले की कई योजनाएं और तस्वीरें बरामद हुई हैं. जांच में सामने आया है कि लेथपोरा में फर्नीचर की दुकान करने वाले शख्स ने आतंकी डार को अर्धसैनिक बलों के काफिले की पूरी जानकारी दी जिसके बाद इस हमले को अंजाम दिया गया. बता दें इस आतंकी में CRPF के 40 जवान शहीद हो गए थे और कई घायल हो गए.
धीरेन्द्र की रिपोर्ट.