नीट-जेईई परीक्षा को लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 28 अगस्त, 2020 को एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि – ‘छात्र हमारा भविष्य हैं, हम एक बेहतर भारत के निर्माण के लिए उन पर निर्भर हैं। इसलिए यदि उनके भविष्य के संबंध में कोई निर्णय लेना है, तो यह महत्वपूर्ण है कि यह उनकी सहमति के साथ लिया जाए।’
इस वीडियो संदेश में श्रीमती गांधी ने साफ कहा है कि – ‘मेरे प्यारे छात्रों मैं आपकी परेशानी समझ सकती हूं। आप इस समय एक बहुत मुश्किल परिस्थिति का सामना कर रहे हैं। आपकी परीक्षा कब, कहां और कैसे होगी यह केवल आपके लिए ही नहीं बल्कि आपके परिवार के लिए भी बहुत महत्वपू्र्ण विषय है। आप हमारा भविष्य हैं। एक बेहतर भारत के लिए हम आपके ऊपर निर्भर करते हैं। मुझे उम्मीद है कि सरकार आपकी बात को सुनेगी। आपकी आवाज को सुनेगी और आपकी इच्छानुसार कार्य करेगी। यह मेरी सरकार को सलाह है। जय हिंद।’
दूसरी ओर, 28 अगस्त, 2020 को सुप्रीम कोर्ट में 6 राज्यों – पश्चिम बंगाल, झारखंड, राजस्थान, छत्तीसगढ़, पंजाब और महाराष्ट्र के मंत्रियों ने याचिका दायर की है जिसमें शीर्ष अदालत के 17 अगस्त के आदेश की समीक्षा करने और सितंबर में होने वाली जेईई-नीट की परीक्षा को स्थगित करने की मांग की गई है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि देश में मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए होने वाली परीक्षा नीट (NEET) और इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए होने वाली जेईई (JEE) परीक्षा को एक सितंबर से कराने का निर्णय किया गया है। और इसी के साथ शीर्ष अदालत ने भी इन परीक्षाओं के आयोजन को अनुमति दे दी है।
प्रिया सिन्हा की रिपोर्ट.